फसल में नहीं लगेगा कीट-रोग, बंपर होगी पैदावार, बीज बुवाई से पहले करें एक काम, खेती होगी खुशहाल।
फसल में नहीं लगेगा कीट-रोग, बंपर होगी पैदावार
खेती किसानी में कई तरह की चुनौतियां आती है, जैसे की बीज में फंगस लग जाना, फसल में रोग और कीट लग जाना, जिससे उत्पादन बढ़ जाता है। इसीलिए किसानों को आज इस लेख के जरिये हम बताने जा रहे हैं कि किस तरीके से किसान इन सभी समस्याओं से निपट सकते हैं। जिसके लिए उन्हें बीज का एफआईआर करना होगा। इसके तीन चरण होते हैं जो की बेहद आसान है तो चलिए तीन बिंदुओं के अनुसार जान लेते हैं कि कैसे सस्ते में किसान बड़ी-बड़ी समस्याओं से आसानी से निपट सकते हैं और उसके लिए उन्हें बीजों के साथ क्या करना होगा।
बीजों का करें एफआईआर
नीचे लिखे तीन बिंदुओं के अनुसार जानिए एफआईआर क्या है और बीज बुवाई से पहले कैसे करते हैं।
- बीज फसल में फंगस लगने से किसानों को बड़ी समस्या आती है। लेकिन अगर किसान बीजों में फंगीसाइड मिला देते हैं उसके बाद भी बुवाई करते हैं तो फंगस की समस्या नहीं आएगी। जिसमें जैसा कि हमने बोला कि बीजों का एफआईआर करना है तो एफआईआर में पहला शब्द F होता है और एफ का मतलब है फंगीसाइड, बीजों में फंगीसाइड मिलाने से भी स्वस्थ होते हैं।
- इसके बाद बीजों को कीटो से बचाने के लिए इंसेंटिसाइड का इस्तेमाल करते हैं। एफआईआर शब्द में दूसरा शब्द आई है आई का मतलब है इंसेंटिसाइड का इस्तेमाल। जिससे बीजो में कीड़े नहीं लगेंगे। इसकी संभावना कम हो जाएगी। जिससे किसानों को आने वाले समय में कीटनाशक आदि का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा।
- इसके बाद फिर का आखरी अक्षर आर आता है। जिसका अर्थ होता है राइजोबियम कल्चर। लेकिन इसका इस्तेमाल सभी किसानों को नहीं करना पड़ता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ दलहन और फलीदार पौधों की खेती करने वाले किसान करते हैं। वह किसान अपने फलीदार पौधों के बीजों में राइजोबियम कल्चर भी मिलते हैं।
इस तरह जो अन्य किसान है जैसे कि गेहूं आदि के तो वह सिर्फ फंगीसाइड और इंसेंटिसाइड का इस्तेमाल करें। दलहन वाले जो किसान है वह तीनों चीजों का इस्तेमाल करें।