किसानों के लिए चने की फसल बहुत अहम होती है। किसान चने की खेती करके तगड़ा मुनाफा कमाते हैं। चने की फसल में कई तरह से ध्यान देने की जरूरत होती है। लेकिन कई किसान जानकारी के अभाव में इन बातों पर ध्यान नहीं दे पाते हैं जिसकी वजह से या तो फसले खराब हो जाती है या फिर फसलों को कई तरह से नुकसान होता है।
आज हम आपको ऐसे ही कुछ खास बातों के बारे में बताएंगे जिन पर आपको ध्यान देना बहुत जरूरी होता है वरना आपकी फसल बर्बाद हो सकती है। आपकी पुरे किए कराए पर पानी फिर सकता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
चने की फसल में पहली सिंचाई का समय
चने की फसल में कम सिंचाई की जरूरत होती है। चने की फसल में कम से कम दो बार सिंचाई करना ही चाहिए। लेकिन आपको इस बात का ज्ञान होना जरूरी है कि आपको कब और कैसे सिंचाई करनी है। बता दे चने की फसल में पहले अपनी आपको 30 से 45 दिनों में देना चाहिए। इस सिंचाई से चने की ग्रोथ बढ़ती है साथ ही चने की पत्तियां साग के लिए तोड़ने लायक बनती है। अगर आप सही समय पर पानी देते हैं तो इसमें फूल बने की प्रक्रिया बहुत तेजी के साथ होगी।
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चने में दूसरी सिंचाई का सही समय
चने की फसल में दूसरी सिंचाई की अगर बात करते हैं तो आपको चने की फसल में दूसरी सिंचाई लगभग 80 दिन के बाद में करनी चाहिए। वैसे तो चने की फसल शीत के ओस से ही तैयार हो जाती है लेकिन इसको थोड़े बहुत पानी की जरूरत पड़ती है तो आप सिंचाई के जरिए इसकी पूर्ति कर सकते हैं। चने की सिंचाई सही समय पर होना बहुत जरूरी होता है।
चने में सिंचाई का महत्व
चने में सिंचाई का सही समय पर होना बहुत महत्वपूर्ण होता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि अगर सही समय पर सिंचाई नहीं होती है तो इससे फसल को कई तरह से नुकसान होते हैं। इसलिए आपको चने की फसल में सही समय पर सिंचाई करनी चाहिए। चने की फसल में सही समय पर सिंचाई होना बहुत जरूरी है।
सही समय पर सिंचाई से बढ़ेगी पैदावार
चने की फसल में अगर सही समय पर सिंचाई की जाती है तो ऐसे में फसल की पैदावार बढ़ती है। चने की फसल में अगर सही मात्रा में सही समय पर सिंचाई की जाती है तो इससे पौधे स्वस्थ रहते हैं और इसमें किसी प्रकार की खराबी नहीं होती है जिससे कि फसल उत्पादन अच्छा देती है।