सभी किसानों के पास होंगे ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि यंत्र, सरकार बंपर ब्याज सब्सिडी दे रही है, जानिये योजना का नाम।
सभी किसानों के पास होंगे ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि यंत्र
खेती और पशुपालन में कई तरह के यंत्रों का इस्तेमाल होता है जैसे की खेती में ट्रैक्टर, थ्रेसर, हार्वेस्टर, पावर टिलर, ड्रिप सिंचाई इत्यादि। इसके अलावा पशुपालन में भी कई तरह के यंत्रों का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे काम को आसान बनाया जा सके। लेकिन इनकी कीमत अधिक होने के कारण सभी किसान नहीं खरीद सकते हैं। इसीलिए सरकार किसानों की मदद कर रही है। कृषि यंत्र तथा पशुपालन में इस्तेमाल होने वाले यंत्रों को खरीदने के लिए लोन के साथ-साथ ब्याज सब्सिडी भी दे रही है। ताकि किसानों को ज्यादा आर्थिक बोझ ना आए।
जिससे सभी छोटे-बड़े किसान इस तरह के कृषि यंत्र खरीद सके। तो चलिए आपको बताते हैं योजना क्या है कितने प्रतिशत ब्याज दर पर सब्सिडी मिल रही है और लाभ लेने के लिए कहां संपर्क करना पड़ेगा।
सरकार बंपर ब्याज सब्सिडी दे रही है
राज्य के किसानों को ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि यंत्र तथा पशुपालन में इस्तेमाल होने वाले यंत्रों को खरीदने पर बंपर ब्याज सब्सिडी दी जा रही हैं। जिसमें आपको बता दे की राज्य के किसानों को इस साल किसी तरह के लोन लेने पर 7% की दर से ब्याज सब्सिडी मिलेगी। इस तरह अगर किसान ट्रैक्टर या अन्य कोई कृषि यंत्र खरीदते हैं तो उन्हें सिर्फ 4% ही भुगतान करना पड़ेगा। बाकी का 7% सरकार की तरफ से दिया जाएगा। जिसके लिए सरकार ने 39.75 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। ताकि किसानों को अनुदान दिया जा सके।
इस तरह वह किसान जो दीर्घकालीन कृषि ऋणों को समय पर चुकाए तो 7% तक ब्याज सरकार की तरफ से प्राप्त करके हजारों रुपए की बचत कर लेंगे। तो चलिए योजना का नाम और आवेदन के बारे में भी जान लेते हैं।
लाभ लेने के लिए यहाँ करें संपर्क
अगर किसान कम खर्चे में कृषि यंत्र लेकर काम को आसान करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि राजस्थान सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 के बजट में इस ब्याज सब्सिडी की घोषणा की गई है। पहले यह सब्सिडी 5% ही मिलती थी लेकिन अब 7% हो गई है। इसका लाभ लेने के लिए राजस्थान के सहकार किसान कल्याण योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। अगर किसान 10 लाख तक का ऋण लेते हैं तो सिर्फ 38,989 रुपए का ब्याज होने देना पड़ेगा। बाकी का 7% यानी की 68,231 रुपए सरकार की तरफ से ब्याज अनुदान मिलेगा।
अधिक जानकारी के लिए किसान अपने पास के सहकारी बैंक में जा सकते हैं। किसानों को कृषि विभाग के अधिकारियों से भी इस संबंध में जानकारी मिल जाएगी। यह किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी योजना है। ब्याज को लेकर किसान की चिंता कम हो जाएगी। किसानों को किसी रिश्तेदार या साहूकार, जमींदार से मदद नहीं लेनी पड़ेगी।