इस लेख में आपको एक ऐसी सब्जी की खेती के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसे आप आने वाले कुछ समय के भीतर अगर लगा लेते हैं तो मंडी में सबसे ज्यादा कीमत मिलेगी-
जनवरी-फरवरी में सब्जी की खेती
जिस सब्जी की खेती के हम बात कर रहे हैं उसे अगर सही समय पर किसान लगा लेते हैं तो मंडी में 60 से 70 रुपए तक कीमत मिल सकती है। अगर कम कीमत की बात करें तो सबसे ज्यादा कम कीमत आखिरी तोड़ाई के समय भी ₹35 किलो ही किसानों को मिलेगी। लेकिन इसके लिए किसानों को जनवरी के आखिरी साप्ताह या फरवरी बीच यानी के 15 फरवरी तक इसकी बुवाई करनी पड़ेगी।
साथ ही जलवायु का भी ध्यान रखना पड़ेगा। जनवरी के आखिरी सप्ताह में ठंडी कम हो जाती है। लेकिन अगर आपके क्षेत्र में ठंडी ज्यादा पड़ती है तो फरवरी में इसकी खेती करें। दरअसल हम देसी सब्जी की बात कर रहे है वह देसी टिंडा हैं चलिए आपको खेती का तरीका और बढ़िया वैरायटी की जानकारी देते हैं।
देसी टिंडा की खेती
देसी टिंडा की खेती करके किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इसमें ज्यादा लागत भी नहीं आएगी। अच्छी पैदावार के लिए एक एकड़ में तीन से चार ट्रॉली पुरानी गोबर की खाद का इस्तेमाल करें। अगर रासायनिक खाद का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो गोबर के साथ-साथ डीएपी और यूरिया डाल सकते हैं। इसके बाद दो से तीन बार जुताई करके 5 फीट की दूरी में बेड बनाकर खेती करें। इसके अलावा किसान अच्छी फसल लेने के लिए प्लास्टिक मल्च का इस्तेमाल करें। खरपतवार आदि की समस्या नहीं आएगी।
देसी टिंडा की खेती करने के लिए अगर बीजों के दौरान नर्सरी तैयार कर रहे हैं तो 12 से 24 घंटे के लिए बीजों को पानी भिगोकर रखें, इससे अंकुरण अच्छा होता है। एक एकड़ में देसी टिंडा खेती कर रहे है तो डेढ़ किलो बीजों की जरूरत पड़ती है। बीजों की बुवाई बेड के दोनों तरफ 45 सेंटीमीटर की दूरी में करें। बीजों की बुवाई दो से तीन सेंटीमीटर की गहराई में करें। टिंडे की खेती के लिए रेतीली दोमट मिट्टी, जल निकासी वाली मिट्टी बढ़िया होती है। जिसमें मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच बेहतर माना जाता है।
देसी टिंडे की वैरायटी
देसी टिंडा की खेती अगर किसान करने जा रहे हैं तो सबसे पहले तो अपने मंडी में पता करें कि कौन-सी वेराइटी की अच्छी कीमत मिलती है और आपके क्षेत्र की जलवायु के अनुसार कौन सी वेराइटी बढ़िया उत्पादन देगी। इसके अलावा ईस्ट वेस्ट कंपनी की भटिंडा, महिको की माहि टिंडा और सागर सीड्स के बीज बढ़िया होते है। जिनका चयन कर सकते है। अगर किसान चाहे तो गोल लौकी, स्वाति, पंजाब टिंडा-1 किस्म का भी पता कर सकते है।
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