Gehu bhandaran: गेहूं के भंडारण से पहले बरते यह सावधानियां, नहीं तो चूहें, कीड़े और फफूंद खा जाएंगे गेहूं, दाने होंगे खराब

On: Sunday, October 5, 2025 12:22 PM
Gehu bhandaran

Gehu bhandaran: गेहूं के भंडारण से पहले बरते यह सावधानियां, वरना चूहें, कीड़े और फफूंद कर देंगे गेहूं के दाने खराब।

अभी गेंहू की बुवाई शुरू नहीं हुई है, इस लिए अभी कुछ महीने तक और गेंहू को बचाकर रखना होगा। अब ऐसे में गेहूं के भंडारण को लेकर किसानो को सोचना होता है। गेहूं की फसल को आपको बोरियो में या फिर कोठियों में भरने का सोच रहे है तब कई बातों का ध्यान रखना होता है। आइए इसके बारे में विस्तार से बताते है। जिससे गेंहू सुरक्षित रहे।

गेहूं भंडारण की टिप्स

सबसे पहले तो गेहूं की फसल का भंडारण करने वाली जगह को साफ और सूखा रखना चाहिए, जिसमें चूहों, कीड़ों और फफूंद से गेहूं को बचाने के लिए कीटनाशक का स्प्रे करना चाहिए। इस बात पर खास ध्यान रखना चाहिए कि भंडारण की जगह में नमी नहीं होनी चाहिए नहीं तो अनाज काला हो सकता है।

इसके आलावा गेंहू को भी साफ़ करना चाहिए। गेंहू में अगर मिट्टी है तो उसे अलग करना चाहिए। हलकी धूप दिखानी चाहिए। फिर कुछ समय उसे छाँव में रखे फिर स्टोर करें। ताकि उसमें गर्माहट ना हो। नहीं तो नमी बन सकती है।

अगर नमी के कारण अनाज खराब होता है तो इसके लिए बुझा हुआ चुना का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसमें बुझा हुआ चुना को पोटलियों में भरकर बोरी में रखते हैं जिससे वह नमी को सोख लेता है।

इसके अलावा जहां पर आप गेहूं का कंटेनर, बोरी कुछ भी रख रहे हैं तो पहले नीचे एक लकड़ी रख देनी है या पत्थर रख देना है। उसके ऊपर रखना चाहिए। ताकि नीचे से अनाज तक नमी न पहुंच पाए।

गेहूं का भंडारण इन जगहों पर कर सकते है

गेहूं लिए रखने के लिए जूट की बोरियां या फिर प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल कर सकते है। गेहूं की फसल को बड़े स्तर पर भंडारण करना चाहते है तो इसके लिए गोदाम या साइलो का इस्तेमाल कर सकते है। जिससे गेंहू सही से रखा जा सके। साथ ही मिट्टी की कोठी में भी अनाज सुरक्षित रहता है।

साइलो एक ऐसी जगह होती है जो की हवादार होती है, और बड़ी भंडारण संरचना होती है। जिसमें अनाज को ठंडा रखने में मदद मिलती है। लेकिन अगर बहुत कम गेहूं है, तो इसके लिए प्लास्टिक की बाल्टियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन वह एयर टाइट होनी चाहिए। जिससे कीड़े अंदर ना जा पाए और बीच-बीच में चेक करते रहना चाहिए।

अगर बोरी में अनाज का भंडारण कर रहे हैं तो उससे पहले उसे धोकर धूप में अच्छे से सुखा ले। जिससे उनमें पहले जो अनाज रखा था उसके कीड़े होंगे तो वह भाग जाएंगे, दूर हो जाएंगे।

भंडारण के समय यह सावधानियां बरतें

गेहूं का भंडारण करने से पहले उसमें देखना चाहिए की कितनी नमी है, 10 से 12% से ज्यादा नमी होने पर आपको पहले उसे सुखा लेना चाहिए। उसके बाद ही इसका भंडारण करना चाहिए। इसके आलावा गेहूं की फसल को हर लगभग 15-20 दिनों में भंडारण की जगह की जांच करते रहना चाहिए। अगर आपको गेहूं में कोई कीड़ा या फिर खराबी नजर आए तब तुरंत अनाज को सूखा लेना चाहिए और इसका उपचार कर लेना चाहिए। जिससे उसे खराब होने से बचाया जा सके।

गेहूं को कीड़ों से बचाने के देसी उपाय

गेहूं में बार-बार कीड़े पड़ रहे हैं तो उसको कीड़ों से बचाने के लिए कुछ देसी उपाय आजमा सकते हैं। जैसे की सबसे पहले तो उससे थोड़ी धूप लगवा दे। उसके बाद उसे छांव वाली जगह पर रखें। फिर एक साफ कंटेनर में उसे रखें। जिसमें पहले नीम की सूखी पत्तियों को अच्छी तरह से सुखा ले। जब उसकी नमी खत्म हो जाए तो उन्हें सूखी हुई नीम की पत्तियों को गेहूं में मिला दे।

लेकिन जब भी आपको गेहूं का आटा पिसवाना पड़ेगा तो इन पत्तियों को साफ करना होगा तो। इसके जगह पर चूने की पोटलिया भी रख सकते हैं। जिसको कुछ कपड़े में चूना रखना पड़ता है उसे बांधकर पोटली के तौर पर गेहूं के कंटेनर में बीच-बीच में रखा जाता है। इसके अलावा माचिस भी रख सकते हैं।

यह भी पढ़े: किसानों को निशुल्क बांटा जा रहा चना-मटर और मसूर के बीज, लॉटरी के माध्यम से हो रहा चयन, जानिए कैसे बचाएं बीज का पैसा

Leave a Comment