कड़ाके की सर्दी भी आलू की फसल का नहीं कर पाएगी बाल बांका, ये 4 फ्री के उपाय करें, फसल को नहीं लगेगा पाला

कड़ाके की सर्दी भी आलू की फसल का नहीं कर पाएगी बाल बांका, ये 4 फ्री के उपाय करें, फसल को नहीं लगेगा पाला।

पाला के कारण फसल में होने वाले नुकसान

सर्दियां शुरू हो चुकी है। लेकिन किसान इस समय भी खेती करते हैं और कमाई भी करते हैं। लेकिन जब पाला पड़ने लगता है तो फसल को नुकसान होता है। लेकिन किसान इस पाले से निपट सकते हैं। सर्दियों में भी अपनी फसल का बचाव फ्री की चीजों से कर सकते हैं। क्योंकि अत्यधिक पाला पड़ने पर पौधे के अंदर मौजूद पानी बर्फ बनने लगता है और फसल खराब होने लगती है। लेकिन कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को कुछ उपाय बताएं हैं। जिससे वह अपनी फसल को बचा सकते हैं। क्योंकि सर्दियों में कभी-कभी पाला 5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे गिरने लगता है। जिससे फसल खराब हो जाती है तो चलिए नीचे हम चार उपाय जानते हैं।

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पाले से फसल बचाने के 4 उपाय

नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार कृषि विशेषज्ञ के द्वारा बताई गई जानकारी लीजिए। जिससे फसल को पाला से बचाया जा सकता है।

  • फसल को पाला से बचाने के लिए किसान छाछ से बनाया घोल पौधों में छिड़क सकते है। जिसके लिए एक लीटर छांछ जो तीन-चार दिन पुराना खट्टा हो उसे 5 से 7 लीटर पानी मिलाकर अपनी आलू की फसल में छिड़क सकते हैं। इससे भी पाला की समस्या से किसानों को राहत मिलेगी। यह एक कारगर उपाय है। चलिए तीन और उपायों के बारे में भी जान लेते हैं।
  • किसानों के पास एक उपाय यह है कि पाला के समय में किसान सिंचाई करें। जी हां पानी से भी पाला की बीमारी फसलों में नहीं लगेगी। सिंचाई के द्वारा किसान अपनी फसल में पाला लगने से बचा पाएंगे।
  • इसके अलावा राख भी बढ़िया उपाय है। राख आलू की फसल में छिड़क सकते हैं। जिससे पत्तियों में राख की परत बन जाती है और कोहरा पाला से फसल बच जाती है।
  • खेतों के किनारे आग लगाकर भी फसलों को गरमाहट दी जा सकती है। खेतों के किनारे जो खरपतवार है सूखे होते हैं तो उन्हें इकट्ठा करके आग लगा सकते हैं। फसल की सुरक्षा भी हो जाएगी और पाला से भी फसल बच जाएगी। लेकिन यहां पर किसानों को सावधानी बरतनी है फसल को ताकि नुकसान ना हो।

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