सर्दियों का सुपरफूड है ये हरे पत्ते का साग, आयरन का है भरपूर खजाना खेती से 30 दिनों में भर जाएगी लाखों रूपए से तिजोरी, जाने बुवाई का तरीका।
सर्दियों का सुपरफूड है ये हरे पत्ते का साग
ये साग साल में सिर्फ सर्दियों के मौसम में बाजार में आता है इसके सेवन से शरीर में आयरन की कमी दोगुना स्पीड से पूरी होती है क्योकि इस साग में आयरन बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है। इसके सेवन से शरीर बिमारियों से दूर रहता है इसलिए इस साग का सेवन जितना ज्यादा हो सके जरूर करना चाहिए। इसको खाने से हड्डियां फौलादी मजबूत भी होती है। इसकी खेती किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी मानी जाती है क्योकि इसकी खेती में बहुत कम लागत आती है और समय मेहनत भी बेहद कम लगती है। हम बात कर रहे है पालक की पालक बहुत पौष्टिक सब्जी होती है।
पालक की खेती
पालक की खेती बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है अगर आप पालक की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आपको खेती करने में बहुत आसानी होगी। आपको बता दें पालक एक कम समय में तैयार होने वाली बेहतरीन फसल है इसकी की खेती के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों का होता है इसकी खेती के लिए जल निकासी वाली हल्की टोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। पालक की बुवाई के लिए पंक्ति से पंक्ति की दूरी 25-30 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 5-10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का उपयोग करना चाहिए बुवाई के बाद इसकी पहली कटाई 30 दिनों में होने लगती है।
कितनी होगी आमदनी
पालक की खेती से बहुत जबरदस्त ताबड़तोड़ आमदनी होती है क्योकि पालक की डिमांड बाजार में बहुत होती है सर्दियों के सीजन में अक्सर लोग पालक का सेवन करना बहुत पसंद करते है इसलिए इसका उपयोग तरह तरह के व्यंजन में करते है जैसे पालक का साग, आलू पालक की सब्जी, दाल पालक, पालक पनीर आदि। एक एकड़ में पालक की खेती करने से करीब 1 से 1.5 लाख रूपए तक की कमाई होती है बाजार में पालक सीजन की शुरुआत में 20 से 25 रूपए की कीमत पर बिकती है। पालक की खेती बहुत लाभकारी मानी जाती है।