किसानों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें जंगली जानवरों से छुटकारा बिना मेहनत के, सस्ते में मिलेगा। चलिए बताते हैं पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों ने किसानों के लिए क्या यंत्र बनाया है।
जंगली जानवर भगाने का डिवाइस
किसान भाइयों, यहां पर एक ऐसे डिवाइस की जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे छात्रों द्वारा बनाया गया है। यह डिवाइस बहुत ही अच्छा काम करता है। यह जंगली जानवरों को खेतों से भगाने में किसानों की मदद करता है। इस डिवाइस को अगर किसान खेतों में लगा देंगे, तो जैसे ही जंगली जानवर खेत के आसपास आएंगे तो तुरंत यह वीडियो और फोटो बनाकर किसान को भेज देगा।
साथ ही इसमें ऐसी आवाजें निकलेंगी, जिससे जंगली जानवर खेत से वापस लौट जाएंगे। इसमें बंदूक चलने जैसी और अन्य तरह की आवाजें निकलती हैं, जिससे बंदर, सूअर और अन्य जंगली जानवर खेत से भाग खड़े होते हैं। यह डिवाइस कुछ इस तरीके से बनाया गया है कि जंगली जानवर खेतों के अंदर घुसेंगे ही नहीं, बल्कि पहले ही उल्टे पैर लौट जाएंगे। खेत की फसल को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होगा।
किसानों के लिए किन छात्रों ने बनाया जानवर भगाने का डिवाइस
किसानों के लिए यह डिवाइस हिमाचल प्रदेश के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों के एक समूह ने बनाया है। दरअसल, छात्रों ने किसानों की समस्या को देखते हुए उनके लिए यह यंत्र बनाया है।
पॉलिटेक्निक कॉलेज हमीरपुर के छात्रों का कहना है कि उन्होंने ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ (IoT) पर आधारित किसानों के लिए एक सस्ता और प्रभावी उपकरण बनाया है, जो जंगली जानवरों और पक्षियों से फसल को बचाएगा। विद्यार्थियों ने बताया कि विभागाध्यक्ष डॉ पंकज ठाकुर और अन्य शिक्षकों के मार्गदर्शन में उन्होंने इस उपकरण को तैयार किया है।
इसमें सेंसर लगे हुए हैं, जो कि पशुओं को खेतों से दूर रखते हैं। जब भी इस मशीन को यह पता लगता है कि खेत में कोई पक्षी या जानवर आने की कोशिश कर रहा है, तो यह मूवमेंट को पहचान लेता है और बंदूक की गोली जैसी आवाज निकालता है। इसके अलावा और भी कई तरह की डरावनी आवाजें निकाल सकता है, जिससे जानवर और पक्षी उल्टे पैर वापस चले जाते हैं।

किसानों को सस्ते में मिलेगा यह जंगली जानवर भगाने का डिवाइस
हिमाचल प्रदेश के किसानों को यह डिवाइस बहुत सस्ते में पड़ेगा। छात्रों का कहना है कि इस यंत्र को कुछ इस तरीके से बनाया गया है कि इसकी कीमत ज्यादा नहीं आएगी।
इसमें सीसीटीवी कैमरा जरूर होगा, लेकिन वह दिनभर रिकॉर्डिंग नहीं करेगा, जिससे स्टोरेज की चिंता करने की जरूरत नहीं है। जब भी खेत के आसपास कोई जानवर मूवमेंट करेगा, तभी यह रिकॉर्डिंग करके किसान के पास भेज देगा। यह ऑटोमैटिक तरीके से काम करेगा, जिससे किसानों का खर्चा कम पड़ेगा।
इसमें कई तरह की फ्री की चीजों का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इसकी लागत घट जाती है। यह एक मास सर्विलांस क्रॉप सिस्टम है, जो कि किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा मददगार साबित होगा।

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