पानी की समस्या को मुँह तोड़ दिया जवाब, 4 महीने में कमाएं 4 लाख, इस सब्जी की खेती से किसान ने किया नाम रोशन।
इस सब्जी की खेती से 4 महीने में कमाएं 4 लाख
खेती करके ही अगर किसान पैसा कमाना चाहते है तो फिर वह बंजर जमीन से भी अच्छी खासी रकम ले लेता है। यानी कि अगर कुछ करने की चाहो तो फिर किसान को कोई नहीं रोक सकता। जैसे कि आज के हमारे जो किसान है वह खारे पानी की समस्या, पानी बिलकुल न होने की समस्या से, निपट कर एक ऐसी खेती कर रहे हैं। जिससे 4 महीने में 14 लाख की कमाई हो रही है। उन्होंने खेती का वैज्ञानिक तरीका भी अपनाया है। जिसके बारे में हम आगे बात करने जा रहे हैं।
दरअसल हम बात कर रहे हैं किसान लक्ष्मण राम चोटिया की जो की डूंगरगढ़ राजस्थान के निवासी हैं। इन्होंने पानी की समस्या को हल करते हुए खेती से कम समय में लाखो की कमाई कर ली है। वह भी एक छोटी सी जमीन से। यह फसल 1 महीने में तैयार होकर किसान को पैसे देने लगती है तो चलिए आपको बताते हैं यह कौन सी फसल है, इसकी खेती कैसे करनी है और पानी की समस्या को किसान ने कैसे हल किया। सबसे पहले यह जानते है।
पानी की कमी की समस्या ऐसे की हल
जैसा कि आप जानते हैं राजस्थान के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां पर पानी की बहुत ज्यादा समस्या है। लेकिन किसान ने हार नहीं मानी और उन्होंने तलाब बनाकर बारिश का पानी इकट्ठा किया और बारिश के पानी से ही अपनी फसल की सिंचाई करके वह कमाई कर रहे हैं। उन्होंने फार्म पॉन्ड बनाया और उसमें बरसात का पानी इकट्ठा किया और एक बरसात के पानी से उन्होंने दो फसल ले ली है। जी हां वह खीरा की खेती करते हैं और एक बार पानी इकठ्ठा करके दो बार खीरा की खेती करके फसल ले लेते हैं। चलिए अब आपको बताते हैं वह खीरा की खेती कैसे करते हैं कितना उन्हें उत्पादन मिलता है।
वैज्ञानिक तरीके से करते है खीरे की खेती
खीरा की खेती किसान कई तरीके से कर सकते हैं। लेकिन अगर चाहते हैं कि उसमें रोग बीमारी कम आए, कम पानी में भी खेती हो जाए और किसी भी मौसम में वह उत्पादन ले सके तो पॉलीहाउस में खेती कर सकते हैं। पॉलीहाउस में किसान सबसे पहले फसल लेकर मंडी में जा सकते हैं। जिससे अच्छी खासी कीमत मिलेगी। डूंगरगढ़ के किसान का कहना है कि वह इलाके की मंडी में खीरे की पूरी मांग पूरी करते हैं और पॉलीहाउस में खेती करने पर उन्हें अधिक उत्पादन मिलता है। करीब ₹450 क्विंटल खीरा 4 महीने में मिल जाता है।
वह बताते हैं कि एक महीने बाद तोड़ाई शुरू हो जाती है और कमाई होने लगती है। जब वह पॉलीहाउस लगवा रहे थे तब लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि वह इतना ज्यादा खर्चा ऐसी जमीन में क्यों कर रहे हैं। लेकिन बाद में सब उनकी सराहना कर रहे हैं और उन्होंने अपने क्षेत्र में नाम रोशन किया है, पूरी मंडी में खीरे की खेती के राजा की तरह हैं।