गाजर घास की मदद से किसान जैविक खाद बना सकते हैं, तो चलिए जानते हैं गाजर घास किसानों के खाद का पैसा कैसे बचाएगी-
गाजर घास के नुकसान
गाजर घास एक खरपतवार है, इसे कांग्रेस घास के नाम से भी जाना जाता है। गाजर घास में सफेद रंग के छोटे-छोटे फूल होते हैं। गाजर घास खेत की मिट्टी को बंजर बनाने का काम करता है। गाजर घास से इंसानों को भी विभिन्न प्रकार के चर्म रोग जैसी समस्याएं आती है। यानी कि यह खेत में अगर रहेगा तो किसान को इससे नुकसान होगा। इसीलिए गाजर घास को फूल आने से पहले ही उखाड़ कर फेंक देना चाहिए। लेकिन यह गाजर घास किसानों की मदद भी कर सकता है। जी हां गाजर घास से जैविक खाद बनाई जा सकती है, तो चलिए इसका तरीका जानते हैं।

गाजर घास की खाद
गाजर घास में नाइट्रोजन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। जिससे यह खाद के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है। गाजर घास से खाद बनाने का एक तरीका होता है, तभी यह खाद का रूप लेगी। तो चलिए जानते हैं गाजर घास से खाद कैसे बनती है-
- गाजर घास से खाद बनाने के लिए किसानों के पास नीम की पत्ती, जलकुंभी, गेहूं का ठूंठ, भूसा, मिट्टी, पानी और गाजर घास की आवश्यकता पड़ती है।
- इन सब चीजों को इकट्ठा करके काटकर सुखा लिया जाता है।
- फिर एक गड्ढे की जरूरत होगी। जिसमें 20 फीट लंबा, 4 फीट चौड़ा और 3 फीट गहरा, जिसमें प्लास्टिक या बांस के खरपच्च से बना टैंक भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर यह सब नहीं है तो मिट्टी का घेरा बनाकर भी खाद बना सकते हैं।
- जिसमें सबसे पहले सभी चीज का मिश्रण लेकर 6 इंच मोटी परत गड्ढे में भरेंगे।
- उसके ऊपर 1 इंच मिट्टी की परत डालेंगे।
- फिर गोबर का घोल डालेंगे।
- इस तरह परत दर परत बनाते जाएंगे जब तक गड्ढा भर नहीं जाता है।
- इसके बाद अंत में गोबर का घोल और मिट्टी का मिश्रण डालकर देखना है।
- फिर पानी छिड़क देना है।
- इसके बाद 2 महीने में यह जैविक खाद बन जाएगी। जिसका इस्तेमाल किसान खाद के रूप में कर सकते हैं।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।