इस लेख में आपको एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जो कि सब्जियों की खेती से अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं-
किसान की सफलता की कहानी
हमारे देश में कई ऐसे किसान है जो की सब्जी की खेती से अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। उनके बारे में हम आपको समय-समय में जानकारी देते रहते हैं। ताकि अन्य किसान भी उन्हीं की तरह कम लागत में, कम जमीन से, अधिक कमाई कर सके। जिसमें आज बात कर रहे हैं बाराबंकी जिले के किसान आकाश यादव की, यह एक युवा, सफल, प्रगतिशील किसान है जो कि कम जमीन से ज्यादा मुनाफा लेने के बारे में आने किसानों को भी जानकारी दे रहे हैं।
यह दो फसलों की खेती करीब 2 से 3 बीघा की जमीन में करते हैं और एक फसल से एक से डेढ़ लाख रुपए की कमाई हो जाती है। तो चलिए जानते हैं वह कौन सी फसल लगाते हैं, कितनी जमीन में लगाते हैं, और किस तरीके से खेती करते हैं, जिससे लागत कम हो रही है।
फसल की जानकारी
किसान अगर सही समय पर, सही सब्जी की खेती करें, मंडी की डिमांड को ध्यान में रखें और मौसम के अनुसार खेती करें तो उन्हें मुनाफा जरूर मिलता है, मंडी में अच्छी कीमत मिल जाती है, और उत्पादन भी अधिक मिलता है। जिसमें युवा किसान की बात करें तो वह दो से तीन बीघा की जमीन में बैगन के साथ शिमला मिर्च लगाते हैं। उनका मानना है कि बैगन और शिमला मिर्च ऐसी फसल है जिसे किसी भी समय किसान लगा सकते हैं, अच्छा ही उत्पादन मिलता है।
थोड़ी बहुत देखरेख से किसान बढ़िया पैदावार ले सकते हैं। जिसमें एक बीघा में उन्होंने शिमला मिर्च लगाया है, और डेढ़ बीघा में बैगन की खेती करते हैं। बैगन की फसल लंबी अवधि की है। जिससे लंबे समय तक उत्पादन मिलता रहता है। खेती के तरीके के बारे में उनका कहना है कि पहले वह गहरी जुताई करते हैं, इससे मिट्टी भुरभुरी होती है, उपजाऊ भी होती है, और फसल की जड़ों का विकास अच्छा होता है, जिससे उत्पादन बढ़िया मिलता है।
इसके बाद अलग जगह पर बीजों की नर्सरी तैयार करते हैं और फिर खेत में रोपाई करते हैं। बुवाई से पहले खेत की मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट खाद आदि जैविक खाद का इस्तेमाल खेतों में करते हैं। जिससे खाद का खर्चा कम आता है। करीब 60 दिन में फसल तैयार हो जाती है। इसके बाद मंडी में आना-जाना लगा रहता है, रोजाना अच्छी कमाई होती रहती है, चलिए जाने लागत के बारे में।

दो फसलों में कितनी आती है लागत
जैसा कि हमने जाना बैगन और शिमला मिर्च की खेती करते हैं। जिसमें एक बीघे में वह शिमला मिर्च लगाते हैं। जिसमें आने वाली लागत के बारे में उनका कहना है कि 15 से लेकर ₹20000 तक बैठता है और बैगन में करीब ₹6000 का खर्चा आता है। वही आमदनी की बात करें तो 1 से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक होती है। इस समय गर्मी का मौसम चल रहा है, ऐसे में हरी सब्जियों की डिमांड बाजार में अधिक होती है। जिससे बढ़िया कीमत भी मिलती है और फटाफट बिक्री भी होती है।
इस तरह किसानों के पास बैगन और शिमला मिर्च की खेती एक अच्छा विकल्प है, कम लागत में अच्छा मुनाफा ले सकते हैं। बस खेती की सही जानकारी हो कीट, रोग का सही प्रबंधन करेंगे तो मुनाफा होगा।