अमरूद का पेड़ अगर लगाया है और चाहते हैं कि आने वाले समय में उसमें भर-भर के फूल और फल आए तो चलिए आपको बताते हैं फरवरी-मार्च में कौन से काम करने जरूरी है-
अमरूद का पौधा
अमरूद सेहत के लिए फायदेमंद होता है। अमरूद का पेड़ ज्यादातर लोग अपने घर में लगाते हैं। लेकिन आजकल लोग शहरों में भी गमले में अमरूद का पेड़ लगा लेते हैं। जिसके लिए अमरूद की बढ़िया वैरायटी का चयन करना चाहिए। कुछ वैरायटी ऐसी होती है जिन्हें गमले में अगर लगाया जाता है तो भी ज्यादा फल आते हैं। पेड़ छोटा ही रहता है, लेकिन फल ज्यादा आते हैं।
जिसमें अमरुद की पिंक गुआवा वैरायटी बढ़िया है। जिसको लगाकर ज्यादा फल लिए जा सकते हैं। लेकिन इसके लिए भी पौधे की देखभाल करने पड़ती है, बढ़िया मिट्टी में लगाना पड़ता है, सही जगह पर रखना पड़ता है, खाद देनी पड़ती है, तो चलिए इसकी जानकारी लेते हैं।
कैसी मिट्टी में लगाए अमरूद का पौधा
अमरूद का पौधा अगर आप लगाने जा रहे हैं या पहले से लगाया है उसे दूसरे बड़े गमले में लगाना चाहते हैं तो आपको बता दे की अमरुद गमले में लगाने के लिए 12 इंच का गमला बेहतर होता है। बड़े आकार के ही गमले का चयन करें। इसके बाद जैसा कि पहले हमने बताया पिंक गुआवा वैरायटी गमले के लिए बढ़िया है और मिट्टी की बात करें तो गमले में पहले जल निकासी की व्यवस्था कर दीजिए। गमले में छेद होने चाहिए।
उसके बाद पत्थर रख दीजिए। फिर मिट्टी का मिश्रण तैयार कीजिए। जिसमें 30% रेट, 30% वर्मी कंपोस्ट के साथ में काली चिकनी मिट्टी मिलाकर गमले में भरिये और पौधा लगाइए। गमले में पौधा लगा है तो उसमें नमी बनाए रखिए। पानी समय-समय पर डालिए।
अमरूद के लिए खाद
गमले में अमरूद का पौधा लगा है या जमीन पर। अगर पोषक तत्व की कमी हो रही है तो उसके लिए हमिक एसिड और सीवीड फर्टिलाइजर लें। सीवीड दानेदार ले सकते हैं। हमिक एसिड डालने से जड़ों का विकास बेहतर तरीके से होता है। जिससे पौधे का भी विकास होता है और फल, फूल ज्यादा आते हैं। जिसमें करीब ढाई लीटर पानी में आधा या एक चम्मच ह्यमिक एसिड ले और एक चम्मच व फर्टिलाइजर खोलकर रात भर रखे और फिर मिट्टी में मिलाये। यह सारी चीज तो बाजार में मिलती है। लेकिन आपके यहां पर हम एक फ्री की खाद की आगे जानकारी भी देने जा रहे हैं।

कटाई-छटाई
अमरूद का पेड़ अगर बड़ा नहीं हो रहा है, फल का कम आ रहे तो का भी प्रूनिंग का ध्यान रखना चाहिए। फरवरी महीने में सॉफ्ट प्रूनिंग कर सकते हैं। हार्ड प्रूनिंग ना करें, अगर पेड़ सीधा-सीधा बड़ा हो रहा है, गमले में लगाया है और सिर्फ ऊपर फल आ रहा है तो उसको काट दे। ताकि नई शाखाएं आये और पौधा गोल हो। फरवरी मार्च के महीने में अगर आप चाहे तो अमरूद का पेड़ दूसरे गमले में भी लगा सकते हैं।
अमरूद के लिए फ्री की खाद
फरवरी में अमरूद का पौधा कमजोर दिखाई देने लगता है। पत्तियां झड़ने लगती हैं और फिर आने वाले समय में उसमें फल फूल आते हैं। लेकिन अभी अगर आप पौधे को पोषण देंगे तभी वह अच्छे से चलेगा, सूखेगा नहीं और कुछ समय बाद उसमें फूल लगेंगे और फिर फल भी ज्यादा आएंगे। इसके लिए हम यहां पर फ्री की खाद की बात कर रहे हैं जो हर घर में मिल जाएगी। यहां पर दो चीज लेनी है एक है गुड़ और दूसरा है छाछ। छाछ आपको देसी छांछ लेना है जो घर पर तैयार हुआ हो। यहां पर 100 ग्राम गुड़ 200 एमएल पानी में मिलाकर रखना है और आधा गिलास छांछ लेना है और इन दोनों चीजों को अच्छे से मिलाकर, इसमें थोड़ा सा पानी डालकर पौधे की मिट्टी में डालना है।
अगर आप बागवानी करते हैं और फ्री की खाद की जानकारी लेना चाहते हैं जिससे आपके बगीचे में लगे हर तरह के फल, फूल, सब्जी के पौधों को फायदा हो तो हमारे साथ जुड़े रहे। समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार घर में रखी चीजों से ही पौधों को पोषण देने की जानकारी लेकर आते हैं।