उल्लू चूहा का शिकार कर लेते हैं, इसके अलावा छछूंदर, कीड़े जैसे अन्य कीट भी खेत में नहीं आते हैं तो चलिए जानते हैं खेत में उल्लू को कैसे बुलाए किसान भाई-
किसानों को चूहों से नुकसान
किसानों को चूहा से कई तरह के नुकसान है। चूहा खेत में आतंक मचा देते हैं। चूहा खेत में बिल बना लेते हैं, फसल की जड़ों को काट देते हैं, दानों को खा जाते हैं, तथा जहां पर किसान अनाज का भंडारण करते हैं वहां पर भी यह चूहे पहुंच जाते हैं और अनाज की बोरियों के साथ-साथ अनाज भी खा जाते हैं। जिससे किसानों को कई तरह के नुकसान होते हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि किसान बिना किसी रासायनिक दवा का इस्तेमाल किए, बिना किसी खर्चे के भी अपनी फसल को चूहा से कैसे बचा सकते हैं खेत से प्राकृतिक रूप से चूहे कैसे दूर कर सकते हैं।
उल्लू करेंगे चूहों का शिकार
चूहा का शिकार उल्लू कर सकते हैं। अगर किसान चाहते हैं कि प्राकृतिक रूप से वह अपने खेत से चूहों को भगा सके तो उल्लू से दोस्ती कर सकते हैं। जी हां अगर खेत में उल्लू आएंगे तो चूहे की समस्या नहीं आएगी। चूहे खेतों से दूर रहेंगे या जो है उनका सफाया हो जाएगा। तो अगर आप चाहते हैं कि खेत में उल्लू आये तो चलिए जानते है उसके लिए क्या करना है।

खेत में उल्लू कैसे बुलाएं
किसान अगर खेत में उल्लू को बुलाना चाहते हैं तो उसके कई उपाय हैं, जिससे खेत में खुद ही उल्लू आकर बैठने लगेंगे। तो चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार कुछ उपाय जानते हैं जिससे अपने खेतों में उल्लू को आकर्षित किया जा सकता है-
- जिसमें पहले उपाय की बात करें तो खेत के आसपास किसान बांस की लकड़ी लगा सकते हैं जिस पर उल्लू आकर बैठते हैं और इस तरह उल्लू की बैठने की जगह अगर आपके खेतों के आसपास रहेगी तो वह चूहा का शिकार कर सकते हैं।
- इसके अलावा किसान इस तरह की बांस की डांडिया खेतों में लगाकर उसमें अगर ट्रांसपेरेंट पन्नी अगर ऊपर की तरफ बाँध देंगे, तो रात के समय उससे आवाज उत्पन्न होगी, जिससे उल्लू शिकार के लिए खेत में आएंगे।
- किसान खेतों के आसपास कृत्रिम घोसला लगा सकते हैं जो की खुद बना सकते हैं या खरीद भी सकते हैं। यह घोसला उन लोगों के रहने की जगह बन सकती हैं।
- किसान उल्लू के बच्चे पाल सकते है, जो बड़े होकर खेत की रखवाली करेंगे।
इस तरह से किसान उल्लू से दोस्ती कर सकते हैं। उल्लू, चूहों और कीटों को खाकर फ़सलों की सुरक्षा करेगा। उल्लू किसान का दोस्त है, जो खेत की रक्षा करेगा।