सहजन की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी होती है इसकी फसल में लगा भूआ रोग फसल को बर्बाद कर देता है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है की इस कीट को जड़ से खत्म करने का उपाय क्या है
सहजन में लगे भूआ रोग का आतंक मिटा देगा ये घोल
Agricultural Tips-सहजन जिसे मोरिंगा और ड्रमस्टिक के जैसे कई नामों से दुनिया भर में जाना जाता है सहजन की खेती किसानों के लिए बहुत लाभकारी और मुनाफे वाली होती है क्योकि इसकी पत्तियों, फूलों और फली की मार्केट में खूब अधिक मात्रा में डिमांड होती है। इसकी फसल में फूल आने के बाद भूआ नामक कीट का खूब ज्यादा आतंक मचा हुआ होता है इसके पेड़ों में जनवरी के महीने में फूल आना शुरू हो जाते है और फरवरी मार्च के महीने में इसका फलन होता है। आज हम आपको सहजन के पेड़ों में लगे भूआ रोग का नामोनिशान मिटाने के लिए एक ऐसे घोल के बारे में बता रहे है जो असरदार और फायदेमंद साबित होता है। तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।

सहजन के पेड़ों में डालें ये चीज
हम आपको सहजन की फसल में लगे भूआ नामक रोग का आतंक खत्म करने के लिए डिटर्जेंट पाउडर और नीम के तेल से बना कीटनाशक घोल के बारे में बता रहे है। ये दोनों चीजों से बना कीटनाशक घोल सहजन में लगे सभी कीट रोगों को मार देता है और जड़ से खत्म कर देता है जिससे सहजन के उत्पादन में कोई खराब असर नहीं पड़ता है और उत्पादन बहुत बंपर होता है। नीम के तेल में जीवाणुरोधी, कृमिनाशक, एंटीवायरल के गुण होते है जो सभी कीट रोगों को जड़ से खत्म करते है। इस कीटनाशक घोल को आप अपने घर में ही आसानी से तैयार कर सकते है।
कैसे करें उपयोग
सहजन की फसल में घर पर बना ये कीटनाशक घोल का उपयोग बहुत लाभकारी और उपयोगी साबित होता है इसका इस्तेमाल करने के लिए 2 लीटर पानी में 2 चम्मच डिटर्जेंट पाउडर और 5 चम्मच नीम के तेल को डालकर अच्छे से मिलाना है फिर सहजन की फसल में जहां भूआ रोग कीट लगे है वहां तेज-तेज स्प्रे करना है ऐसा करने से सहजन की फसल में लगे कीट जड़ से खत्म हो जाते है और उत्पादन बहुत अच्छा होता है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।