Agricultural Tips: गेहूं की फसल की ऐसे करें देखभाल, 2 महीने का हो गया गेहूं तो करें इस स्प्रे का छिड़काव उत्पादन में होगी बेशुमार वृद्धि

गेहूं की खेती किसान भाइयों के लिए बहुत लाभकारी मानी जाती है इसकी फसल की सही समय पर और सही तरीके से देखभाल करें तो बंपर उत्पादन में कोई कमी नहीं होती है और उत्पादन बहुत जबरदस्त देखने को मिलता है तो चलिए जानते है गेहूं की फसल की देखभाल कैसे करनी चाहिए।

गेहूं की फसल की ऐसे करें देखभाल

Agricultural Tips-गेहूं की सही समय पर बुआई करने वाले किसानों की गेहूं की फसल अब करीब 2 महीने की हो गयी होगी। 60 से 75 दिन के बीच गेहूं की फसल एक महत्वपूर्ण अवस्था में होती है इस समय अगर सही स्प्रे, दूसरी बार सिंचाई और अच्छी देखभाल की जाए तो उत्पादन में बेशुमार वृद्धि हो सकती है। आज हम आपको गेहूं की फसल के लिए एक ऐसे स्प्रे के बारे में बता रहे है जो गेहूं के उत्पादन में चार चांद लगा सकता है इस स्प्रे से गेहूं की बालियों में दानों की संख्या और वज़न बढ़ता है। तो चलिए जानते है कौन सा स्प्रे है।

यह भी पढ़े Gardening tips: फरवरी आने से पहले ही अपराजिता के पौधे में डालें ये खाद, ढेरों फूलों से लद जाएगी बेल माली ने खुद इस्तेमाल करके दिखाया कमाल

2 महीने का हो गया गेहूं तो करें इस स्प्रे का छिड़काव

अगर आपका गेहूं भी दो महीने का हो चूका है तो आप इंपैक्ट एक्स्ट्रा स्प्रे कर सकते है ये सिंजेंटा कंपनी का एक फंगीसाइड यानी फफूंद नाशक है ये गेहूं की फ़सल में बहुत लाभकारी और असरदार होता है। ये स्प्रे गेहूं की फ़सल को येलो रस्ट और पाउडरी मिल्ड्यू जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाता है और फ़सल को हीट स्ट्रेस से भी बचाव करता है जिससे फ़सल ज़्यादा दिनों तक हरी-भरी रहती है। अगर आप गेहूं की फसल में इस स्प्रे का उपयोग 60-75 दिन की अवस्था में करते है तो इसके आपको अनेकों फायदे गेहूं की फसल में देखने को मिलेंगे।

कैसे करें उपयोग

गेहूं की फसल में इस स्प्रे का उपयोग बहुत उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए 200 एमएल दवा को 150 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ गेहूं की फसल में स्प्रे करना चाहिए। गेहूं की फ़सल में इंपैक्ट एक्स्ट्रा का उपयोग बुआई के 60-75 दिनों के बीच करना चाहिए ऐसा करने से गेहूं की फ़सल के पत्ते हरे-भरे और मज़बूत रहते है और दानों में भी चमक आ जाती है।

नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

यह भी पढ़े Agricultural Tips: 15 जनवरी से फरवरी के मध्य में करें इन 2 बेल वाली सब्जियों की खेती, मंडी में है तगड़ी डिमांड, जाने नाम

नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद