मटर की खेती करने वाले किसान फसल में लगे फली भेदक कीट और सुंडी के प्रकोप से परेशान है जिससे उपज में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है इस कीट रोगों से बचाव के लिए समय से पहले करें उपाय। ये घोल का छिड़काव मटर की फसल में लाभकारी साबित होता है। तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।
सुंडी के प्रकोप से मटर की फसल को ऐसे बचाए
Agricultural Tips-मटर की खेती बहुत लाभकारी होती है इसकी फसल में थोड़ी सी भी लापरवाही होने से फसल नष्ट हो सकती है। अक्सर मटर की फसल में सुंडी और कई कीट का आतंक मचा हुआ होता है जिससे उत्पादन में भारी गिरावट देखने को मिलती है। इस कीट से फसल को समय रहते ही बचाव कर लेना चाहिए। जिससे उत्पादन में खराब असर नहीं पड़ता है। आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बता रहे है जो मटर की फसल में लगी सुंडी का जड़ से नामोनिशान मिटा देगी। ये चीज से बना घोल फसल को कीड़ों और रोगों से बचाता है तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।

सुंडी का नामोनिशान मिटा देगा ये घोल
हम आपको मटर की फसल में लगी सुंडी और कीटों से बचाने के लिए नीम के तेल, छाछ और शैम्पू से बने लिक्विड फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है। नीम का तेल फसल में कीड़ों को खत्म करने के लिए जैविक कीटनाशक का काम करता है और छाछ में कैल्शियम, फ़ॉस्फ़ोरस, पोटैशियम जैसे कई मिनरल्स होते है जो मटर के पौधों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है। शैम्पू से पत्तियों पर जमी धूल और गंदगी साफ़ होती है इन तीनों चीजों से बने घोल का इस्तेमाल मटर की फसल को सुंडी और कीटों से बचाता है इस फर्टिलाइजर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
मटर की फसल को सुंडी और कीटों से बचाने के लिए नीम के तेल, छाछ और शैम्पू से बने लिक्विड फर्टिलाइजर का उपयोग बहुत फायदेमंद साबित होता है। इसका उपयोग करने के लिए एक लीटर छाछ और नीम के तेल की एक मिलीलीटर मात्रा को दो लीटर पानी में शैंपू के साथ डालकर अच्छे से मिक्स करके घोल बनाना है और फिर मटर की फसल में छिड़काव करना है। ऐसा करने से मटर की फसल में कीटों का जड़ से नामोनिशान खत्म हो जाता है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।