ये अकेला फल नॉन स्टॉप लाखों-करोड़ों कमा कर देगा, तगड़ी से तगड़ी बीमारी पर लगाएगा ब्रेक खेती से होगी सालों साल कमाई, जाने नाम और काम।
ये अकेला फल बीमारी पर लगाएगा ब्रेक
ये फल सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद और असरदार साबित होता है इस फल में बहुत ज्यादा पोषक तत्वों के गुण भरपूर मात्रा में मौजूद होते है जो खतरनाक बिमारियों को सेहत से कोसों दूर बनाए रखते है। इस फल में मिनरसल्स के गुण कूट कूट कर भरे हुए होते है जो शरीर को तंदुरस्त और फौलादी मजबूत रखते है। इसलिए इस फल डिमांड बाजार में बहुत होती है इस फल से कई चीजें बनती है जो बाजार में बहुत ज्यादा मात्रा में बिकती है। हम बात कर रहे है एल्डरबेरी फल की ये तनों पर गुच्छों में उगने वाली काले, नीले या बैंगनी रंग की बैरीज है इसे बड़बेरी या एल्डरबेरी कहते हैं।
एल्डरबेरी की खेती
एल्डरबेरी की खेती ज्यादातर अमेरिका, यूरोप, पश्चिमी उत्तरी अमेरिका और उत्तरी यूरोप से लेकर उत्तरी चीन जैसे देशों में की जाती है इसकी खेती भारत में भी होती है। एल्डरबेरी की खेती के लिए गीली और सूखी उपजाऊ मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है। इसके पौधे पहले नर्सरी में तैयार किए जाते है फिर खेत में लगाए जाते है इसके पौधे को धूप छाव दोनों जगह पर उगाया जा सकता है ये तेज़ी से बढ़ने वाली झाड़ी है जो 12 से 15 फ़ीट तक बढ़ सकती है। एल्डरबेरी के पौधों को तेज़ी से बढ़ने के लिए पहले 2 साल में बहुत कम या बिना छंटाई की ज़रूरत होती है दूसरे साल के बाद वसंत ऋतु की शुरुआत में हर साल छंटाई करनी चाहिए। छंटाई के दौरान, सभी मृत, टूटे, और कमज़ोर तनों को हटा देना चाहिए।
कितनी होगी कमाई
एल्डरबेरी की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई होती है क्योकि ये बाजार में बहुत ज्यादा डिमांडिंग होती है एल्डरबेरी का मीठा-तीखा स्वाद होता है जिस वजह से इसे जैम, जैली, पाईज, वाइन और यहां तक की चाय को बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। बड़ी -बड़ी कंपनियां एल्डरबेरी से जैम, जैली, पाईज और वाइन बनाकर बहुत ज्यादा कीमत पर बेचती है आप इसकी खेती से 10 से 12 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। एल्डरबेरी की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है।