सर्दियों में सिर्फ 2 महीने मिलती है ये पौष्टिक भाजी, सेवन से सेहत रहती है ताकतवर तंदुरस्त, जाने नाम और काम।
सिर्फ 2 महीने मिलती है ये पौष्टिक भाजी
ये हरी छोटी पत्तियों की भाजी सिर्फ सर्दियों के मौसम में ही कुछ ही दिन बाजार में मिलती है इसके सेवन से सेहत चुस्त और तंदुरस्त रहती है। इस भाजी में मेथी पालक से भी ज्यादा पौष्टिक गुण भरे हुए होते है जो शरीर को दोगुना ताकतवर बनाते है। इस भाजी का स्वाद खाने में बहुत ज्यादा लाजवाब होता है। इस भाजी में मिनरल्स के गुण कूट-कूट कर भरे हुए होते है जो सेहत को रोगों के आस-पास भी भटकने नहीं देते है। हम बात कर रहे है चने की भाजी की चने की भाजी शरीर के लिए बहुत गुणकारी साबित होती है।
चने की भाजी की खेती
अगर आप इसकी खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पहले अच्छे से जानना और समझना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। आपको बता दें इसकी खेती के लिए हल्की दोमट या दोमट मिट्टी अच्छी होती है। इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसके बीज बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। बुआई के 60 से 65 दिन बाद चने के पौधे में चने नहीं सिर्फ कोमल नमकीन स्वाद वाली छोटी-छोटी पत्तियां लगी हुई होती है उन्हें तोडा जाता है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप चने की भाजी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त दोगुनी कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसकी खेती में भाजी के साथ चने भी मिलते है जो बाजार में डिमांडिंग होते है। बाजार में चने की भाजी की कीमत करीब 70 से 100 रूपए प्रति किलो तक होती है। आप इसकी खेती से 2 से 3 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है।
चने की भाजी के फायदे
चने की भाजी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है चने की भाजी खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज़ की समस्या से राहत मिलती है। चने की भाजी में मौजूद फ़ाइबर से वज़न कम करने में भी मदद मिलती है। चने की भाजी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के गुण प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फ़ाइबर, आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम, मैग्नेशियम और कैल्शियम जैसे अन्य तत्वों के गुण भी मौजूद होते है। जो सेहत को तंदुरस्त रखते है।