खेत में किसान रहे ना रहे, छुट्टा जानवर नहीं छुएंगे फसल, यह 2 मशीन भांप लेती हैं जंगली जानवरों के कदम और भगाने में लग जाती है

किसान अगर छुट्टा जानवरों से अपनी फसल को बचाना चाहते हैं तो चलिए आपको कुछ ऐसे उपाय बताते हैं जिससे खेत में नहीं रहेंगे तो भी खेत में जानवर नहीं घुसेंगे-

छुट्टा जानवरों की समस्या का समाधान

किसान बड़ी मेहनत और लागत के साथ फसल तैयार करते हैं। लेकिन छुट्टा जानवर, नीलगाय, और जंगली सुअर किसान की मेहनत नहीं देखते, वह तो बस अपना पेट भरने की तलाश में रहते हैं। अगर छुट्टा जानवरों को हरी भरी फसल दिख जाती है, तो वह खाने और उन्हें तबाह करने में लग जाते हैं। लेकिन किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। आज हम यहां पर कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनसे आप जंगली जानवर से अपनी फसल को बचा सकते हैं।

अगर किसान खेत में नहीं रहेगा तो भी फसल का नुकसान नहीं होगा। जंगली जानवर अगर खेत के आसपास आते भी हैं तो वह वापस लौट जाएंगे। तो चलिए आपको बताते हैं यह उपाय क्या है।

पानी भगाएगा छुट्टा जानवर

पानी की मदद से भी छुट्टा जानवरों को भगाया जा सकता है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं आधुनिक सिंचाई यंत्रों की। जिसमें खेत से जंगली जानवर भगाने की क्षमता होती है। कुछ ऐसे स्प्रिंकलर सिंचाई के साधन आते हैं। जिनमें मोशन एक्टीवेटेड होता है, और खेत में अगर जानवर आते हैं तो इस मशीन को पता चल जाता है। यह मशीन भांप लेती है कि कोई जानवर खेत के आसपास है और फिर स्प्रिंकलर चालू हो जाते हैं तो पानी निकलने लगता है। जिससे पशु पानी में भीगने के डर से वापस भाग जाते हैं। यह मशीन खेत में जानवर घुसने से पहले ही पानी चालू कर देती है।

आवाज के डर से खेत से भागेंगे जानवर

पानी के अलावा आवाज के डर से भी जानवर भागेंगे। दरअसल, कुछ ऐसी मशीन है जो अल्ट्रासोनिक साउंड उत्पन्न करती है। अल्ट्रासाउंड तकनीकी के माध्यम से खेत से जंगली जानवर को भगाया जा सकता है। यह मशीन यह भी जान जाती है कि खेत के आसपास पशु है या नहीं। अगर पशु आसपास समझ में आते हैं तो इस मशीन से आवाज निकलती है जो जानवरों को नहीं पसंद आती और वह खेत से जितना दूर हो सके उतना जाने की कोशिश करते हैं। यह ध्वनि पशुओं को परेशान करती है।

यह भी पढ़े- किसान ने उगाया खेत में काला सोना, 3 हजार रु किलो बिकता है पाउडर, फार्मा कंपनी करती है डिमांड, जाने फसल का नाम

खेत से पशु भगाने के सस्ते उपाय

  • स्प्रिंकलर या अल्ट्रासोनिक साउंड मशीन नहीं लगाना चाहते हैं तो खेतों में रेडियो भी लगा सकते हैं। जिसमें तेज आवाज की रिकॉर्डिंग हो या शेर-बाघ जैसे बड़े जानवरों के आवाज और मनुष्य की आवाज हो तो यह रिकॉर्डिंग बजाकर खेत में छोड़ दे। जिससे पशुओं को लगेगा कि खेत में कोई बड़ा जानवर है या इंसान है तो भी खेत में नहीं आएंगे।
  • इसके अलावा साबुन की गंध का इस्तेमाल भी जानवर भगाने में कर सकते हैं। खेत के चारों तरफ घास में आसपास साबुन की गंध डाल सकते हैं।
  • इंसानी बाल भी साबुन की तरह ही काम करते हैं। हिरन जैसे अन्य जंगली जानवरों को इंसानी बाल भगाने में काम आता है।
  • खेत के आसपास की फसल में गोबर का घोल डालने से भी जानवर वहीं से लौट जाते हैं।
  • खेत के चारों तरफ बाड़ा बना सकते हैं, और पुरानी साड़ी बाड़ा में लगाने से जानवरों को खेत के अंदर की हरी घास नहीं दिखाई देती जिससे वह लौट जाते हैं।

नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

यह भी पढ़े- खेतों में नहीं घुसेंगे नीलगाय, सुअर जैसे जंगली जानवर, यह डराने वाली मशीन 5 सालों से कर रही किसान के खेत की सुरक्षा

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद