गन्ना की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है, कीटनाशक के भाव कम हो गए हैं, जिससे गन्ना किसानों को खर्चा कम होगा-
गन्ना की खेती की लागत हुई कम
गन्ना की खेती में किसानों को मुनाफा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के अधिकतर किसान गन्ना की खेती में जुटे हुए हैं। गन्ना की फसल लेने के लिए किसानों को समय-समय पर कीटनाशक दवावों का छिड़काव करना पड़ता है, कीटनाशक दवाई डालनी पड़ती है। तभी फसल को कीटों से बचा पाते हैं। जिससे इसमें भारी भरकम खर्च बैठता है। लेकिन अब किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, आपको बता दे कि इफको के कीटनाशक दवावों के भाव गिर चुके हैं तो चलिए यहां पर बताते हैं तीनों के नाम और भाव।

कीटनाशक दवाइयों के भाव कम हुए
उत्तर प्रदेश में गन्ना की खेती करने वाले किसानों को कीटनाशक सस्ते में मिलेंगे। दरअसल, प्रमुख सचिव चीनी उद्योग वीणा कुमारी मीणा के अध्यक्षता में इफको के साथ गन्ना विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में प्रदेश में बैठक हुई, जिसमें कीटनाशक के भाव गिराए गए। यहां पर शिमो, शिरासागी, और काशिमा दवाइयां के भाव कम हुए हैं। चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार दवाइयों की मात्रा के अनुसार कीमत पहले की और अब की जानते हैं-
- बताया जा रहा है कि पहले शिमो कीटनाशक के 150 एमएल दवा का भाव ₹1200 था जो अब गिरकर 850 रुपए हो गया है। वही 60 मिली ₹500 की दवा, अब 390 की हो गई है।
- इसके बाद काशिमा की बात करें तो 1000 ग्राम की कीमत ₹180 थी, जो की 140 रुपए हो गई है। यानी की ₹40 कीमत में कमी आई है। इसके अलावा काशिमा के 4000 ग्राम की 650 रुपए की दवा, ₹520 में मिलेगी।
- शिरासागी की 100 ग्राम की दवा ₹900 वाली 755 रुपए में मिलेगी। इस तरह आप देख सकते हैं कीमत कम हुई है। किसानों को सब्सिडी का भी फायदा मिलेगा। जिससे गन्ना की खेती कम लागत वाली हो जाएगी।
शिमो का इस्तेमाल गन्ने के साथ-साथ सब्जी की खेती करने वाले किसान भी करते है।
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