किसान छोटी सी जमीन से अधिक कमाई करना चाहते हैं तो चलिए आपको इस लेख में एक ऐसी ही किसान की सफलता की कहानी बताते हैं जो अंधाधुन मुनाफा कमा रहे हैं-
किसान की सफलता की कहानी
देश में कई ऐसे किसान है जो आज भी पारंपरिक फसलों जैसे कि धान, गेहूं आदि की खेती करते हैं। वही जो किसान बागवानी करते हैं वह केला, आम जैसे फलों की खेती कर रहे हैं। लेकिन आपको बता दे कि कई ऐसे किसान है जो महंगे फल, सब्जी आदि की खेती करके छोटी सी जमीन से अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। अगर किसान चाह लेते हैं तो उन्हें कोई भी समस्या रोक नहीं सकती है। जैसे कि महाराष्ट्र के मराठावाड़ क्षेत्र के रहने वाले किसान परमहंस थोराट है। उनके सामने सूखे की चुनौती आई। पानी की समस्या खेत में बहुत ज्यादा थी। लेकिन फिर भी बीड जैसे सूखा प्रभावित क्षेत्र में उन्होंने महंगा फल उगाकर एक एकड़ से 10 लाख का मुनाफा आज प्राप्त कर रहे हैं।
पहले वह भी अनार की खेती करते थे। लेकिन अब उन्होंने एक ऐसा फल लगाया है जो ₹200 का एक बिकता है। जी हां लेकिन सफलता उन्हें आसानी से नहीं मिली है, चलिए आपको बताते हैं इस फल का नाम और कम पानी में खेती का तरीका।
पानी की समस्या को ऐसे किया खत्म
किसानों के सामने कई तरह की समस्याएं आती हैं। जैसे की पानी की समस्या, अधिक तापमान, जंगली जानवर, मजदूर आदि। जिसमें किसान परमहंस के सामने सूखे की समस्या आई। यानी की पानी कम होना। लेकिन किसान ने हार नहीं मानी। उन्होंने ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाकर फल की खेती की। आपको बता दे की ड्रिप इरिगेशन सिस्टम से कम पानी में खेती की जा सकती है। बूंद-बूंद से फसल उगाया जा सकता है। पूरे खेत में पानी बहाने की जरूरत नहीं पड़ती है। इस पर सरकार सब्सिडी भी देती है।
जिसमें किसान ने सिर्फ ड्रिप इरिगेशन सिस्टम ही नहीं बल्कि एक तालाब भी बना लिया। जिससे बारिश का पानी वहां पर इकट्ठा हो जाता है और फिर उसका वह इस्तेमाल कर पाते हैं। तालाब के लिए भी सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जाती है। जिसके लिए किसान कृषि विभाग में संपर्क कर सकते हैं।
इसके अलावा उन्होंने खेती की लागत को कम करने के लिए गोबर खाद का इस्तेमाल किया और रासायनिक खाद को छोड़ दिया। जी हां पहले वह शुरुआत में रासायनिक खाद का इस्तेमाल करते थे लेकिन यह मिट्टी को बंजर बनाती है, सेहत के लिए नुकसानदायक होती है, और महंगी भी पड़ती है। इसलिए अब वह गोबर खाद का इस्तेमाल करके खेती करते हैं।

किस फल की करते हैं खेती?
किसान का परिचय और कम पानी में खेती का तरीका तो हमने जान लिया अब जानते हैं कि वह कौन सा फल लगाते हैं तो बता दे कि किसान एवोकाडो की खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि एक एकड़ में एवोकाडो की खेती से उन्हें 10 लाख का मुनाफा हुआ है। लेकिन इस फल की खेती की शुरुआत करने से पहले उन्होंने दक्षिण भारत की यात्रा की। वहां पर 2018 में बेंगलुरु में आर्का सुप्रीम नामक एवोकाडो की किस्म की जानकारी ली और इसकी खेती के बारे में पता किया। फिर उन्होंने उसे अपने यहां लगाने का फैसला किया। क्योंकि यह एक महंगा फल है। इसके उन्होंने 50 पौधे अपने खेतों में लगाए और 2021 में उनकी फसल तैयार होकर बाजार में पहुंचने लगी।
लेकिन उस समय एवोकाडो की जानकारी कम लोगों को होने के कारण परमहंस जी को फ्री में सैंपल बांटना पड़ा। लेकिन 2022 में उन्होंने ₹200 का एक फल बेंचा। जिससे उन्हें 3 लाख की कमाई हुई। धीरे-धीरे एवोकाडो की खेती के बारे में अधिकतर किसानों और ग्राहकों को जानकारी होने लगे और किसान परमहंस भी 300 एवोकाडो के पेड़ लगाकर 2023 में 1200 किलो एवोकाडो बेंचा। जिससे उन्हें करीब 6 लाख की कमाई हुई।
वह सिर्फ फल की नहीं पौधों की भी बिक्री करने लगे। 2300 एवोकाडो के पौधे भी उन्होंने बेंच दिए। जिससे 4.4 लाख रुपए उन्हें मिला। इस तरह आप देख सकते हैं इस खेती में कितना ज्यादा फायदा है। लेकिन किसान के पास बढ़िया मंडी होनी चाहिए और उस बाजार में कीमत अधिक होनी चाहिए। किसान को किसी भी फल, सब्जी या अनाज की खेती करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि मंडी में उसकी कीमत कितनी मिल रही है, और किस वैरायटी की डिमांड है। अगर मांग से ज्यादा आवक मंडी में किसी भी चीज की हो जाती है तो किसानों को नुकसान हो जाता है।