फलों की खेती में किसानों को मुनाफा है। इसलिए बागवानी विभाग द्वारा हड्डियां मजबूत और पाचन दुरुस्त करने वाले इस फल की खेती के लिए 38000 रु आर्थिक मदद दी जा रही है-
हड्डियां मजबूत और पाचन दुरुस्त करने वाला फल
बागवानी में किसानों को फायदा है। कई ऐसी सफल है जो सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती हैं। जिससे अच्छी खासी कीमत किसानों को मिल जाती है, और बाजार में फटाफट बिक्री भी हो जाती है। जिसमें आज हम बात कर रहे हैं अंजीर की। जी हां आपको बता दे की अंजीर हड्डियों को मजबूत बनाता है, पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है, इसके सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, नींद अच्छी आती है, तनाव कम होता ,है त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
कहते हैं कि अंजीर के सेवन से बुढ़ापे को दूर किया जा सकता है। इसीलिए बागवानी विभाग द्वारा इसकी खेती के लिए 38000 की सब्सिडी प्रति हेक्टेयर के अनुसार दी जा रही है। चलिए आपको बताते हैं किस राज्य के किसानों को फायदा मिलेगा।
फल की खेती पर सब्सिडी
अंजीर की खेती के लिए बागवानी विभाग गुजरात द्वारा 38000 की सब्सिडी मिल रही है। जिसमें किसान के वर्ग के अनुसार सब्सिडी अधिक, कम या ज्यादा दी जा रही है। आपको बता दे की सामान्य वर्ग के किसानों को 65% सब्सिडी दी जाएगी। जिसमें अधिकतम उन्हें 32987 रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मिलेंगे। वहीं अगर अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसान अंजीर की खेती करते हैं तो उन्हें 75% यानी की अधिकतम 38000 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से सब्सिडी मिलेगी। यह सब्सिडी किसानों को तीन किस्तों में मिलती है।
किसान चाहे तो चार हेक्टेयर तक की जमीन में अंजीर की खेती कर सकते हैं, सबसिडी का लाभ लेकर। जिससे कम लागत में अंजीर की खेती कर सकेंगे। चलिए आपको बताते हैं अंजीर की खेती करने के लिए आवश्यक तापमान और मिट्टी।

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उपयुक्त तापमान और मिट्टी
किसी भी फसल को लगाने से पहले किसानों को यह पता होना चाहिए कि उनके क्षेत्र का तापमान क्या है, और मिट्टी की जांच भी करवा लेनी चाहिए। इससे उत्पादन अच्छा मिलता है। किसान को नुकसान नहीं होता है। जिसमें अंजीर की खेती की बात करें तो 19 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान इस फसल के लिए उपयुक्त माना जाता है। वही मिट्टी की बात करें तो अंजीर की खेती के लिए किसानों को जल निकासी वाली दोमट या रेतेली मिट्टी का चयन करना चाहिए।
जिसका पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच हो तो बेहतर माना जाता है। अंजीर की बुवाई एक हेक्टर में करेंगे तो 625 पौधों की आवश्यकता पड़ेगी। इस तरह अगर आपके क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी अंजीर के लिए उपयुक्त है तो यह मुनाफे यह फसल मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है।