किसान को अगर पानी की समस्या आ रही है या किसान पानी की बचत करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं ड्रिप सिंचाई के बारे में, जिस पर सरकार भी किसानों को मदद दे रही है-
ड्रिप सिंचाई के फायदे
ड्रिप विधि से अगर किसान सिंचाई करेंगे तो पानी की 50 से 70% तक बचत होती है। वही जल उपयोग की दक्षता 90% तक होती है। यानी कि किसान अगर ड्रिप से सिंचाई करेंगे तो पानी की सुरक्षा कर पाएंगे। साथ ही जिन क्षेत्रों में पानी की कमी है वह किसान कम पानी में भी अच्छी पैदावार ले सकते हैं। आपको बता दे की लगातार कई राज्यों में भूजल स्तर गिरता जा रहा। जिससे आने वाले समय में बिल्कुल पानी किसानों को नहीं मिलेगा।
इसलिए अभी से किसानों को सही कदम उठाने होंगे। सरकार सालों से ड्रिप सिंचाई पर सब्सिडी दे रही है। लेकिन किसानों को इसकी जानकारी न होने के कारण इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं ट्रिप सिंचाई के बारे में।
ड्रिप सिंचाई पर सब्सिडी
सरकार किसानों को ड्रिप सिंचाई के लिए प्रोत्साहित कर रही है ड्रिप से सिंचाई की बात करें तो प्लास्टिक पाइप का एक जाल खेत में बिछाया जाता है, जिससे जितने पौधे होते हैं उन तक बूंद-बूंद पानी पहुंचता है। यानी की जितनी जरूरत होती है उतना ही पानी पौधों को मिलता है। पूरे खेत में पानी बहाने की जरूरत नहीं पड़ती है। पानी की बर्बादी नहीं होती है। खरपतवार भी नहीं होती है, और उत्पादन अधिक, कम पानी में भी मिलता है। इसीलिए सरकार भी किसानों की आर्थिक मदद कर रही है। छोटे किसानों को ड्रिप सिंचाई पर 90% की सब्सिडी, बड़े किसानों को 80% की सब्सिडी दी जा रही है।
कैसे मिलेगा अनुदान
ड्रिप से सिंचाई करना चाहते हैं तो आपको बता दे की एक हेक्टेयर में करीब डेढ़ लाख की लागत आती है। जिस पर सरकार 80 से लेकर 90% तक की सब्सिडी दे रही है। जिसके बाद सिर्फ 10 और 20% ही किसानों को खर्च करना होगा। अनुदान लेने के लिए किसानों के पास आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक पासबुक होना चाहिए। इसके बाद वह प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत, जन सेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। साथ ही जिला उद्यान अधिकारी के कार्यालय में भी संपर्क कर ले। वहां पर दस्तावेज जमा करके इस योजना का फायदा उठा सकते हैं।
अपने खेतों में ड्रिप से सिंचाई करके पानी की बचत कर सकते हैं। कम पानी में बेहतरीन तरीके से खेती कर सकते हैं।