पशुपालन का व्यवसाय करना चाहते हैं, दूध उत्पादन करना चाहते हैं तो आइए आपको राज्य सरकार की एक सब्सिडी योजना के बारे में जानकारी देते हैं।
पशुपालन का व्यवसाय
पशुपालन का व्यवसाय काफी समय से चल रहा है और दूध की मांग के कारण आज भी इस व्यवसाय में कोई कमी नहीं है। डेयरी फार्म की संख्या लगातार बढ़ रही है, जितनी मांग है उतनी आपूर्ति नहीं है, यही कारण है कि राज्य सरकार अब किसानों को सब्सिडी भी दे रही है। इसलिए अगर आप डेयरी फार्म व्यवसाय करना चाहते हैं, यहां निवेश करना चाहते हैं तो सरकार मदद करेगी, 50-25% सब्सिडी मिलेगी, इसके अलावा 10 लाख तक के लोन की सुविधा भी दी जा रही है।
पशुपालन के लिए सब्सिडी
पशुपालन का व्यवसाय अच्छा है, लेकिन गाय-भैंसों के दाम आसमान छूने लगे हैं। समय के साथ गाय और भैंसों के दाम भी बढ़ते जा रहे हैं, जिसके कारण दूध उत्पादन का व्यवसाय करना महंगा होता जा रहा है। भैंसों को खरीदना, उनके रहने की व्यवस्था करना, खाने की व्यवस्था करना, इन सब में बहुत खर्च बढ़ जाता है, यही कारण है कि मध्य प्रदेश राज्य सरकार पशुपालन के लिए 25% की सब्सिडी दे रही है, यानी एक से 2.5 लाख तक की सब्सिडी मिलती है और ₹425000 से 10 लाख तक की लोन सुविधा भी दी जाती है। ताकि खर्च में ज्यादा से ज्यादा मदद मिल सके।

योजना का नाम आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना है, यह मध्य प्रदेश राज्य सरकार की लाभकारी योजना है, इस योजना के तहत 5 या 10 गाय और भैंस पाली जा सकती हैं। सीमांत किसानों को इसका लाभ दिया जाता है, आइए आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना का लाभ लेने के लिए मध्य प्रदेश के निवासियों को आवेदन करना होगा, आवेदन करते समय उनके पास आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पैन कार्ड, बी1 खसरा, समग्र आईडी जैसे दस्तावेज होने चाहिए।
आवेदन कैसे करें
पशुपालक के खर्चे को कम करने के लिए सरकारी मदद चाहिए तो आवेदन ब्लॉक स्तर के कार्यालय में किया जा सकता है, यहां फॉर्म मिलेगा और सभी दस्तावेज साथ में लगाने होंगे, इसके बाद दो स्तर पर जांच होगी, अंत में राजधानी में जांच होगी और फिर सब्सिडी और लोन का लाभ मिलेगा। योजना से जुड़ी अधिक जानकारी पशुपालक ब्लॉक स्तर के पशु चिकित्सा अधिकारी मुख्यालय या उपनिदेशक कार्यालय में प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देना और लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना और उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने में मदद करना है।