इन किसानों को नहीं मिलेगा किसान कल्याण योजना का पैसा, और MSP में बिक्री करने की अनुमति, जानिए मुख्यमंत्री ने ऐसा क्यों कहा

प्रदेश के कुछ किसानों को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का पैसा और न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि MSP पर फसल बिक्री की अनुमति नहीं मिलेगी तो चलिए जानते हैं इसका कारण-

सरकारी योजनाओं से वंचित होंगे यह किसान

किसानों की आर्थिक मदद करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कई तरह की सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिससे खेती में आने वाली लागत में सरकार उनकी मदद कर सके, फसल का उचित दाम देने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं, धान जैसी अन्य फसलों की खरीदी की जाती है।

लेकिन सरकार के भी कुछ नियम होते हैं, खेती किसानी से जुड़े। जिन्हें अगर किसान नहीं मानते हैं तो सरकार किसानों को दंड के रूप में सरकारी योजनाओं से वंचित कर सकती है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के उन किसानों की जो कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं तो चलिए जानते हैं आखिर ऐसा किसान क्यों कर रहे हैं।

पराली जलाने वाले किसानों को दंड

पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का मिलेगा दंड

आपको यह जानकार हैरानी होगी कि मध्य प्रदेश नरवाई जलाने में सबसे आगे रहने वाला राज्य बन गया है। यानी की सबसे ज्यादा नरवाई मध्य प्रदेश में जलाई जा रही है। नरवाई जलाने से पर्यावरण में प्रदूषण फैलता है। खेत की मिट्टी खराब होती है। किसान की सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है। आग लगने से गांव के अन्य लोगों को भी इससे नुकसान हो सकता है। इसीलिए प्रदेश सरकार लगातार किसानों से अनुरोध कर रही है।

लेकिन अब जब पानी सिर से ऊपर जा रहा है तो ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पराली जलाने वाले किसानों को दंड देने का ऐलान कर दिया है। दरअसल, सीएम ने गुरुवार को कहा की नरवाई जलाने वाले किसानों को मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का पैसा नहीं मिलेगा। साथ ही वह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल की बिक्री नहीं कर पाएंगे।

यह भी पढ़े- खाद खरीदना बंद करें और शुरू करें बेचना, 15 हजार रु किसानों को दे रही सरकार, वर्मी कंपोस्ट यूनिट लगाकर करें तगड़ी कमाई

इन सरकारी योजनाओं से मिलने वाले फायदे

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को ₹6000 दिए जाते हैं, जो किसी के उनके खाते में आते हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत भी उन्हें आर्थिक सहायता मिलती है। इस तरह सालाना उन्हें ₹12000 तो यहीं से प्राप्त होते हैं। साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अच्छी कीमत किसानों को मिलती है।

गेहूं की MSP पर खरीदी 2425 रुपए प्रति क्विंटल के साथ हो ही रही है, साथ ही 175 रुपए का बोनस भी मिल रहा है। लेकिन अगर किसान नरवाई जलाते हैं और पकड़े जाते हैं तो उन्हें योजनाओं से हाथ धोना पड़ जाएगा।

यह भी पढ़े- गेहूं के पराली से फ्री में बनेगी खाद, यहां से मिलती है मुफ्त की कैप्सूल, पराली पर छिड़क दे, एक हफ्ते में बन जाएगी जैविक खाद

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment