गन्ने की खेती करने वाले किसान इस फड़का कीट की शिकायत कर रहे हैं। इसके बारे में डॉ बख्शी राम यादव ने किसानों को सलाह दी है तो चलिए आपको बताते हैं-
गन्ने की फसल
गन्ने की फसल में इस समय फड़का कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। जिसे पाइरीला कीट भी कहा जाता है। इस कीट के होने से गन्ना की फसल में उत्पादन की कमी देखने को मिलेगी। जिसमें शुरुआत में पत्तियां पीली पड़ती है, मुरझाने लगती है और सूख जाती है। इससे फसल कमजोर भी हो जाती है, ऐसे में किसान अगर कीटनाशक का इस्तेमाल करते हैं तो यह सबसे बड़ी गलती होगी चलिए आपको बताते हैं कैसे।
कीटनाशक ना डाले किसान
किसानों को अपने फसल में अगर पाइरीला कीट दिखाई देता है तो इसके लिए कीटनाशक नहीं डालना चाहिए। फड़का कीट तिकोने आकार के सफेद रंग के होते हैं। अगर किसान इसे मारने के लिए कीटनाशक डाल देंगे तो इसके साथ-साथ परजीवी भी खत्म हो जाएंगे। परजीवी किसान के मित्र होते हैं। जबकि पाइरीला कीट के दुश्मन और यह कीटनाशक से खत्म हो जाते हैं।
जिससे किसान को और नुकसान होता है। इसके अलावा कीटनाशक डालने से किसान का सिर्फ पैसा बर्बाद होता है। किसी तरह की मदद नहीं मिलती। कीटनाशक डालने से फड़का कीट थोड़ी देर के लिए दूसरे खेत में चले जाते हैं, और जब असर कम होता है तो वापस किसान के खेत में आ जाते हैं। इसलिए किसान कीटनाशक का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें तो चलिए जानते हैं उपाय क्या है।

डॉ बक्शी राम यादव की किसानों को सलाह
डॉ बक्शी राम यादव प्रसिद्ध गन्ना वैज्ञानिक है। इन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया है। इसलिए आप समझ सकते हैं कि इन्हें इसके बारे में जानकारी होगी। इन्होंने बताया कि इस समय गन्ना की फसल में पाइरीला कीट खेतों में देखे जा रहे हैं तो गन्ना किसानों को ऐसी स्थिति में कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं करना है। बल्कि सिंचाई करना है। जी हां अगर खेत में सिंचाई करते रहेंगे तो परजीवी तेजी से बढ़ते जाएंगे। जिससे यह किसान के मित्र के इन कीटों का खात्मा करेंगे और फसल को बचाया जा सकता है। इसमें किसान को बस भरोसा रखना है और कोई अलग से खर्चा नहीं करना है।