प्याज की पैदावार 30% तक बढ़ जायेगी, बंपर होगी कमाई, बुवाई से पहले खेत में करें ये काम, पहले से बढ़ जायेगी आमदनी।
प्याज की पैदावार 30% तक बढ़ जायेगी
प्याज एक ऐसी सब्जी है जिसका इस्तेमाल हर घर में रोजाना होता है। इसी वजह से इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है और इसकी खेती में किसानों को फायदा है। कभी-कभी इसकी कीमत तो आसमान छूने लगती है और किसान चंद दिनों में लखपति बन जाते हैं। लेकिन अगर किसानों को उत्पादन कम मिल रहा है तो इसमें उनका नुकसान हो जाता है। इसीलिए आज हम प्याज के किसान भाइयों को एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिससे वह 20 से 30 फीसदी तक उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।
क्योंकि इससे मिट्टी उपजाऊ हो जाएगी और ज्यादा से ज्यादा उत्पादन मिलेगा। जैसा कि आप जानते हैं दिसंबर में किसान प्याज की खेती करेंगे। लेकिन अगर आपका खेत अभी खाली है तो चलिए आपको बताते हैं कि प्याज की बुवाई से पहले खेत में कौन सा काम करना है जिससे 20 से 30% तक उत्पादन बढ़ जाएगा।
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बुवाई से पहले खेत में करें ये काम
दरअसल हम बात कर रहे हैं हरी खाद यानी कि ढैंचा की खेती की, जिसमें प्याज बोने से पहले आपको खेतों में ढैंचा की बुवाई कर देनी चाहिए। 45 दिनों बाद इसकी हरी फसल को ही खेतों में दबाकर एक सप्ताह बाद प्याज की बुवाई करनी चाहिए। चलिए आपको बताते हैं कि ढैंचा लगाने के 5 फायदे।
- ढैंचा एक ऐसी हरी खाद है जिसको खेत में बोने और मिट्टी में दबाने से आपके खेत की मिट्टी रोग मुक्त हो जाएगी।
- इसके अलावा मिट्टी में फास्फोरस और नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ जाएगी।
- मिट्टी में वायु संचार में पहले से सुधार होगा। प्याज की गहरी जड़ों को विकास करने में मदद मिलेगी।
- मिट्टी के अम्लीयता और क्षारीयता में सुधार होगा।
- मिट्टी में कार्बन तत्वों की बढ़ोतरी होगी जो की केमिकल वाली खाद का इस्तेमाल करने से कम होती जा रही है।
इस तरह अगर आप ढैंचा की खेती करना चाहते हैं तो यह 45 दिन की फसल है। जिसमें आपको दो से तीन बार सिंचाई करनी पड़ती है। जब फसल हरी तैयार हो जाती है तो फिर खेत जोतकर मिट्टी में मिला दिया जाता है। एक एकड़ में 20 से 25 किलो बीज लगते हैं। इस खाद की खेती प्याज के आलावा अन्य किसान भी कर सकते है।