किसान ध्यान दें! 31 जुलाई से पहले करें आवेदन, फसल खराब हुई तो मिलेगा मुआवजा, जानिये फसल बीमा योजना के बारे में। जिससे उठा सके लाभ।
फसल बीमा योजना
किसान मेहनत और पैसे खर्च करके फसल तैयार करते हैं। लेकिन अगर किसी कारण से फसल खराब होती है तो मेहनत तो जाती ही है साथ ही साथ पैसा भी डूब जाता है। जिससे किसान के सिर पर कर्ज का बोझ भी बढ़ जाता है। लेकिन सरकार इसमें किसानों की मदद कर रही है। जी हां आपको बता दे कि किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाकर फसलों का बीमा कर सकते हैं। जिससे अगर फसल बर्बाद होती है तो मुआवजा सरकार से मिलेगा।
लेकिन इसके लिए भी कुछ नियम है। तो बता दे कि आपको PMFBY के तहत फसलों का बीमा करना होगा और इसके तहत कुछ निश्चित कारण पर ही आपको मुआवजा की राशि मिलेगी। तो चलिए सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि किन फसलों पर बीमा किसान कर सकते हैं और बीमा करने के बाद ऐसे कौन-से कारण है जिससे अगर फसल खराब होती है तो मुआवजा मिलेगा।
इन फसलों का करा सकेंगे बीमा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक लाभकारी योजना है। इससे किसानों को खेती किसानी में घाटा नहीं होता है। अगर किसी तरह से फसल खराब होगी तो सरकार किसानों को पैसा देती है। यही वजह है कि राजस्थान सरकार द्वारा भी किसानों के लिए एक सूचना जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि वह किसान जो धान, सोयाबीन, मक्का, ज्वार, बाजरा, उड़द, अरहर, मूंगफली, तिल, ग्वार और कपास आदि खरीफ के फसलों की खेती करते हैं तो उसका बीमा करा सकते हैं।
जिसके लिए उन्हें बोई गई फसल की सूचना 29 जुलाई से पहले लिखित रूप में देनी पड़ेगी। वही जो किसान फसल बीमा का लाभ नहीं लेना चाहते हैं वह 24 जुलाई से पहले बैंक को लिखित सूचना दे सकते हैं। जिससे बुवाई के बाद फसल का बीमा संबंधित बैंक या समिति द्वारा हो जाए। चलिए जानते हैं कि किन कारणों से किसानों को फसलों के खराब होने पर बीमा मिलेगा।
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इन कारण से फसल बर्बाद हुई तो मिलेगा मुवावजा
किसान अगर फसल का बीमा करते हैं तो उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं उठाना पड़ता। क्योंकि फसल बर्बाद होने पर सरकार उन्हें बीमा योजना के आधार पर मुआवजा देती है। लेकिन यहां पर एक निश्चित कारण होने चाहिए। जिसके अनुसार ही उन्हें बीमा का लाभ मिलेगा। तो बता दे कि अगर किसान की फसल बुवाई से कटाई के बीच सूखा पड़ता है, या बहुत दिन तक सूखा रहता है, कीट, बाढ़ या फिर बिजली गिरना, ओलावृष्टि होना, चक्रवात और तूफान के चलते खराब होती है तो उन्हें फसल बीमा का लाभ मिलेगा।
इसके अलावा अगर फसल काट लेते हैं और 14 दिन के अंदर-अंदर खेत में रखी फसल चक्रवात, चक्रवर्ती वर्षा, ओलावृष्टि, बिना समय के बारिश आदि के कारण खराब होती है तो भी उन्हें बीमा का लाभ मिलेगा। इस तरह किसानों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी अन्य कारण से किसान की फसल खराब होती है और फिर उन्हें बीमा का पैसा नहीं मिलता, लेकिन किसान परेशान रहते हैं। तो अगर यह सब कारण होते है तभी फसल खराब होने पर राहत मिलेगी।
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