मिर्च का पौधा रॉकेट के स्पीड से बढ़ेगा, 20 ग्राम यह खाद डालें, बंपर होगी पैदावार

मिर्ची के पौधे का विकास अगर रुक गया है और आप चाहते हैं की पौधा तेजी से बढे तो इसके लिए यहां पर हम आपको एक बढ़िया खाद की जानकारी देने जा रहे हैं। जिससे पौधे का विकास तेजी से होगा और अधिक उत्पादन प्राप्त होगा।

मिर्च का विकास रुकना

कभी-कभी किसी कारण से मिर्च के पौधे का विकास रुक जाता है जैसे कि अचानक मौसम में बदलाव, थोड़ी बहुत बारिश, जैसे कि अभी हाल ही में ठंड के बीच बारिश हो गई। इसके अलावा कोई रोग बीमारी, तो यह सब पौधे के विकास को रोक देती हैं। इससे उत्पादन भी घट जाता है। मिर्च की क्वालिटी भी बेहतर नहीं होती। तो इसके लिए आपको फसल का निरीक्षण करना चाहिए। देखना चाहिए कि अगर किसी रोग बीमारी का अटैक है तो तत्काल उसका समाधान करना चाहिए। तो चलिए अब हम उस खाद की जानकारी लेते हैं जिसे अगर आप मिर्च के पौधे में डालते हैं तो उनके जड़ों का विकास तेजी से होता है और ज्यादा पैदावार भी मिलती है।

यह भी पढ़े-गरीबी के दलदल से निकाल देगी ये फसल, जनवरी में हो रही बंपर कमाई, जानिये 1 एकड़ से 5 लाख रु देने वाली सब्जी के बारें में

मिर्च के लिए खाद

मिर्ची के लिए जिस जैविक उर्वरक की हम बात कर रहे हैं उसका नाम ह्युमिक एसिड है। इसका इस्तेमाल करने से पौधों की जड़ों का विकास होता है। पौधा पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से ग्रहण करता है। जिससे पैदावार अधिक होती है और पौधे का विकास तेजी से होता है। जिसमें ह्युमिक एसिड के इस्तेमाल का दो तरीका है। जिसमें पहला है स्प्रे करने का इसमें 20 ग्राम 15 लीटर वाले स्प्रे पंप में घोलकर स्प्रे कर सकते हैं।

इसके अलावा ह्युमिक एसिड दानेदार भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसमें खाद के साथ मिालकर जैसे कि डीएपी आदि खाद के साथ ह्युमिक एसिड मिलाकर जड़ों के पास मिट्टी में भी डाल सकते हैं। एक एकड़ में 4 से 5 किलो दानेदार ह्युमिक एसिड की आवश्यकता पड़ती है।

मिर्च की खेती में इन बातों का रखें ध्यान

  • मिर्च की खेती से अधिक पैदावार लेने के लिए किसानों को उस जगह पर खेती करनी चाहिए जहां पर पूरे दिन की बढ़िया धूप आती हो।
  • सही समय पर रोपाई करें और अच्छी किस्म का चुनाव करें।
  • मिर्च की खेती से अधिक उत्पादन लेने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम युक्त खाद दें।
  • मिर्च के पौधे के बढ़िया विकास के लिए कोकोपीट पाउडर डालें इससे सभी समस्याएं दूर होती है।

नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

यह भी पढ़े-90 दिन की फसल से प्रति एकड़ होगी 3 लाख रु की कमाई, जानिए कैसे करें तुलसी की खेती और कितना आएगा खर्चा

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment