सब्जी की खेती से अधिक कमाई करना चाहते हैं तो चलिए इस लेख में हम जानते हैं कि एक एकड़ में क्या लगाकर ₹500000 तक की कमाई कर सकते हैं-
कम जमीन से अधिक कमाई
1 एकड़ में सब्जी की खेती करके 5 लाख तक की कमाई की जा सकती है। जिस सब्जी की हम बात कर रहे हैं उसकी इस समय जनवरी में अच्छी कीमत किसानों को मिल रही है। पिछले साल और ज्यादा कीमत थी, लेकिन इस बार कीमत थोड़ी कम है, लेकिन फिर भी किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है। आने वाले समय में कीमत और ज्यादा बढ़ सकती है। दरअसल हम मिर्च की खेती की बात कर रहे हैं। जिसमें मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के किसान मिर्च की खेती करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं तो चलिए आपको बताते हैं किसान ने मिर्च की खेती में लागत और मुनाफे के बारे में क्या जानकारी दी है।
कैसे करते हैं मिर्च की खेती
- मिर्च की खेती करने के लिए उन्होंने बढ़िया से खेत की जुताई की है। मिट्टी को भुरभुरा बनाया है।
- जिसके लिए उन्होंने दो बार रोटावेटर का इस्तेमाल किया है।
- उसके बाद बेड तैयार करके मल्चिंग और ड्रिप लगाकर खेती कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें अधिक उत्पादन चाहिए।
- जिसमें एक एकड़ में उन्होंने 8000 पौधे लगाए हैं।
- समय पर खरपतवार निकाला है।
- पौधों को सपोर्ट देने के लिए बांस की लकड़ी का इस्तेमाल किया है।
- समय पर खाद पानी और दवाई भी देते हैं।
- अक्टूबर में उन्होंने पौधे लगाए थे और जनवरी में तुड़ाई जारी है।
- 15 इंच की दूरी में उन्होंने पौधे लगाए थे।
जिसमें बताते हैं कि तुड़ाई खाद पानी इन सब में सबसे ज्यादा लागत आती है। चलिए लागत के बारे में जानते हैं, कितने लाख का खर्चा आएगा।
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मिर्च की खेती में लागत और मुनाफा
मिर्च की खेती में लागत और मुनाफे की बात करें तो वह बताते हैं इस समय 40-42 रुपए किलो में मिर्च जा रही है। जबकि पिछले साल यह कीमत 50-55 थी। लेकिन उन्होंने बताया कि जैसे ही गर्मी शुरू होगी उन्हें अच्छी कीमत मिलेगी। मिर्ची खेती में लागत उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर 3 लाख का खर्चा इसमें आता है। वही कमाई 7 से 8 लाख के बीच में होती है। अगर लागत निकाल दिया जाए तो 4 से 5 लाख रुपए शुद्ध मुनाफा किसानों को होगा। जिसमें उन्होंने बताया कि₹8 किलो के हिसाब से तुड़ाई का खर्चा आता है। एक दिन में 35 किलो एक लेबर तुड़ाई कर सकते हैं।
12000 पौधों का खर्चा आता है। एक डेढ़ रुपए का एक पौधा मिलता है। 16 से 17000 रुपए मल्चिंग का खर्च आता है। खरपतवार में चार से ₹5000 खर्च हुए हैं। बांस लगाने में भी ₹5000 का खर्चा आया है। खाद पानी में भी डेढ़ लाख का खर्चा आता है। वह बताते हैं कि पिछले वर्ष उन्हें डेढ़ सौ क्विंटल पैदावार मिली थी। इस वर्ष उनका लक्ष्य 200 क्विंटल पैदावार लेने का है। क्योंकि इस साल उन्होंने ज्यादा अच्छे से मिर्च की खेती की है।