Matka Khad: गोबर की खाद हो या कोकोपिट हर खाद को फेल कर देगी ये मटका खाद, एक बार कर लिया इस्तेमाल तो 0% खर्चे के साथ पेड़-पौधों से खिलखिला जायेगा आपका गार्डन

Matka Khad: गोबर की खाद हो या कोकोपिट हर खाद को फेल कर देगी ये मटका खाद, एक बार कर लिया इस्तेमाल तो 0% खर्चे के साथ पेड़-पौधों से खिलखिला जायेगा आपका गार्डन

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कई लोग अपने पेड़-पौधो में अच्छा पैडआर करने के लिए इन में रासायनिक खाद या गोबर की खाद का इस्तेमाल करते है, जिनसे उन्हें अच्छे रिजल्ट मिलते है लेकिन आज हम आपको मटका खाद बनाने के बारे में बता रहे है यदि आप भी अपने पेड़-पौधों में इस खाद का इस्तेमाल करते है तो आपको जीवनभर किसी भी प्रकार की समस्या का सामना अपने पौधों के साथ नहीं करना पड़ेगा और आप बहुत ही आसानी इ काफी ज्यादा अच्छी ग्रोथ कर सकेंगे

दोस्तों कई बार रासायनिक खाद के इस्तेमाल से मिट्टी अपना नेचुरल पोषण खो देती है, जिससे कही न कही आपके बगीचों में कई पेड़-पौधों को नुकसान हो जाता है, वहीँ कुछ लोग सब्जी या छिलको से खाद बनते है लेकिन वह हमारे पौधो को उतना विकसित नहीं करती है जितना हम चाहते है लेकिन आज हम जानेंगे की मटका खाद कैसे बनाये।

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कैसे बनाये मटका खाद ?

मटका खाद बनना काफी ज्यादा आसान है आप बड़े ही आसानी से अपने घर पर ही तैयार कर सकते है मटका खाद बनाने के लिए एक बाल्टी लें और उसमें 5 लीटर पानी भरें। अब 200 ग्राम गुड़ डालकर अच्छे से घोल तैयार करें। अब बाल्टी में 4 से 6 लीटर गोमूत्र और 5 से 6 किलो गोबर डालकर अच्छे से मिला लें, शुरू में 5 से 10 मिनट के लिए सीधी दिशा में डंडे से मिलाएं, फिर उल्टे दिशा में हिलाएं, ये मटका खाद 100% शुद्ध जैविक खाद है, जो आपके पेड़-पौधों को किसी प्रकार का नुक्सान नहीं पहुंचाएगी।

ऐसे करें मटका खाद का इस्तेमाल

दोस्तों गार्डन में पौधें लगाने के बाद हर 10 से 20 दिन खाद का उपयोग करें, इस बात का ध्यान रखें की आपको ज्यादा मात्रा में खाद का उपयोग नहीं करना है, साथ ही हमेशा पानी मिलाकर ही खाद को पेड़ एवं पौधे में डालें, वरना आपके पौधे को विकसित होने में समस्या आ सकती है जब मिट्टी में अधिक नमी हो, तभी इस खाद का इस्तेमाल करें, ज्यादा दिनों तक खाद को तैयार करके ना रखें तुरंत इसका इस्तेमाल करें, साथ ही इसमें मिलायी गयी गोबर खाद और गौमूत्र 6 से 7 दिन से ज्यादा पुराना ना हो, इस खाद के इस्तेमाल के बाद आपको कभी भी किसी भी तरीके का इस्तेमाल अपने पेड़-पौधों की ग्रोथ करने में नहीं करना होगा और आ आसानी से काफी अच्छा पैदावार अपने घर के गमले में लगे पोधो में कर सकते है।

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नमस्ते, मैं चंचल सौंधिया। मैं 2 साल से खेती-किसानी के विषय में लिख रही हूं। मैं दुनिया भर की खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी आप तक पहुंचाने का काम करती हूं जिससे आपको कुछ लाभ अर्जित हो सके। खेती किसानी की खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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