गन्ने की खेती करने वाले किसान अगर कीटों से फसल को बचाना चाहते हैं, खर्चा कम करना चाहते हैं तो चलिए सरकार से मिलने वाले अनुदान के बारे में बताते हैं-
गन्ने की फसल में आने वाली समस्याएं
गन्ने की खेती से किसान अच्छी कमाई कर लेते हैं। लेकिन इसकी फसल में कई तरह की चुनौती भी आती है। जिसका सामना किसानों को समय पर करना पड़ता है नहीं तो किसानों को नुकसान हो सकता है। जिसमें इस समय मौसम में बदलाव देखा जा रहा है, कभी तेज धूप तो कभी बारिश आ जाती है। ऐसे में फसलों में तना छेदक, फल छेदक के साथ ही इल्लियों का आक्रमण देखा जा रहा है। यह फसल को धीरे-धीरे खोखला बना देते हैं।
जिससे किसानों को अच्छी कीमत नहीं मिलती है। लेकिन सरकार किसानों की आर्थिक मदद करेगी। कीटनाशक पर सब्सिडी देगी तो चलिए आपको बताते हैं उसे कीटनाशक के बारे में।
इस कीटनाशक पर मिल रही सब्सिडी
गन्ने की फसल में कीट अगर दिखाई दे रहे हैं तो किसान कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं। जिसमें क्लोरएंट्रानिलिप्रोल 18.5% एससी कीटनाशक दवाई अनुदान पर दी जा रही है। इस दवाई का इस्तेमाल 60 मिली लीटर एक एकड़ में किसान करते हैं जिसमें 200 लीटर पानी मिलाया जाता है, और स्प्रे शाम के समय किया जाता है। स्प्रे करते समय किसान को अपनी सुरक्षा भी करनी होगी, जैसे की आंखों को कवर करना होगा, साथ ही दस्ताने पहनने पड़ेंगे, मास्क भी लगाना पड़ता है।
क्योंकि यह दवाइयां किसान को नुकसान पहुंचा सकती हैं। किसान ड्रोन की मदद से भी छिड़काव कर सकते हैं। जिससे पानी की और बचत होगी। समय पर छिड़काव हो जाएगा। अगर समस्या बहुत ज्यादा है तब।
50% अनुदान से यहां प्राप्त कर सकते हैं कीटनाशक
अगर किसान अनुदान पर कीटनाशक लेते हैं तो उन्हें खर्चा कम आता है। जिसमें आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में गन्ने की खेती बहुतायत होती है। इसलिए यहां पर कृषि विभाग द्वारा सब्सिडी पर किसानों को कीटनाशक दी जा रही है। जिसमें किसानों को सिर्फ आधार कार्ड लेकर राजकीय कृषि रक्षा इकाई में जाना होगा। इस तरह समय-समय पर कृषि विभाग द्वारा किसानों के लिए लाभकारी योजनाएं लाई जाती हैं।