मचान में सब्जी की खेती कर किसान शैलेन्द्र छाप रहे नोट, इस सब्जी की खेती से कम निवेश में अधिक मुनाफा, जानिये किसकी करते है खेती चलिए पूरा आर्टिकल पढ़ते है की किसान किसकी खेती मचान में करते है।
मचान में लौकी की खेती
अगर आप अभी कोई फसल उगने का सोचा रहे है तो लौकी की खेती एक आकर्षक विकल्प है।अन्य फल के मुतबिक कम खर्च और कम लागत में हो जाती है। किसान भाई लोग धान और गेहू को आया जरिया मानते है जिसमे लागत ,समय , खर्च के मुताबिक भी कभी कभी मुनाफा नहीं हो पता है जिसे किसानो को निराश हाथ आती है। किसानो इनकी जगह बारहमासी खेती करनी चाहिए जैसे – टमाटर, लौकी, बैगन, मिर्च आदि। इन सब की खेती से पुरे साल लाखो की कमाई होती है।
लौकी से हो रही शैलेन्द्र को लाखो की आमदनी
आज हम ऐसे किसान की बात करने जा रहे जो धान और गेहूं की खेती छोड़ कर लौकी की खेती करना शुरू किए क्योकि धान और गेहू की खेती से कोई फायदा नजर नहीं आ रहा था। युवा किसान शैलेश यादव बाराबंकी जिले के सहेलियां गांव के रहने वाले है। शैलेश यादव ने बताया की लौकी की खेती करके कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। शैलेन्द्र ने बताया की 2 – 3 सालो से इसकी खेती कर रहे है। किसान शैलेन्द्र 2 बीघे में लौकी की खेती कर रहे है। लौकी की खेती से लाख रुपये का मुनाफा कमा रहे है।
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लौकी की खेती
लौकी दो प्रकार की होती है लम्बी लौकी, गोल लौकी। लौकी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी में उगाया जा सकता है। वही यह बेल के रूप में बढ़ती है तो कुछ-कुछ दुरी पर बेल के रूप में इसकी खेती की जाती है। इसे सहारे की आवश्कता होती है सहारे के रूप में मचान, लोहे की जलीनुमाँ बाड़, रस्सी की सहायता से लौकी को ऊपर आने में आसानी हो सके । इसकी बुवाई कतार में की जाती है । लौकी की खेती में समय – समय पर सिचाई करनी चाहिए । इसमें निदाई-गुड़ाई और कीटनाशक दवाई का छिड़काव करना चाहिए। पेड़ में 2 महीने में लौकी निकलना शुरू हो जाती है।
लौकी की कीमत
लौकी की कमाई की बात करे तो यह एक नकद फसल है। इसकी कीमत बाजार में 10-20 रुपए प्रति किलो तक बिकती है। इसे लाखो की कमाई की जा सकती है। लौकी बाजार में हर समय उपलब्ध होती है। किसान भाइयो को भी लौकी की खेती सा अच्छा मुनाफा हो सकता है।