किसी भी पौधे की कटिंग लगाते हैं तो नहीं लगती है तो चलिए एक ऐसा तरीका बताते हैं जिससे 100% कटिंग लगने के गारंटी दी जाती है, इससे नींबू की कलम भी लग जायेगी-
नींबू की कलम
नींबू का पौधा कभी भी लगाते हैं तो उसे ग्राफ्टेड विधि से लगाए। अगर खुद कलम तैयार नहीं करना चाहते, नर्सरी से लेना चाहते हैं तो ग्राफ्टेड प्लांट लेकर आए। बीज के द्वारा तैयार किया गया पौधा बहुत लंबे समय बाद फल देता है, वह भी बहुत कम मात्रा में। लेकिन ग्राफ्टेड पौधा जल्दी फल देने लगता है, और ज्यादा मात्रा में। तो चलिए इस लेख में आपको हम बताते हैं कलम लगाने का एक कमाल का तरीका। जिससे आप किसी भी पौधे की कलम तैयार कर सकते हैं। फिर वह चाहे फल का पौधा हो, या फूल का।
कटिंग लगाने के बाद ना करें ये गलती
सबसे पहले हम आपको कुछ बातें बता देते हैं, अगर वह गलतियां करेंगे तो कटिंग नहीं लगेगी। कटिंग को लगाने के बाद आपको उसे हिलाना नहीं है। अगर कटिंग हवा से या पानी डालने की वजह से भी हिल जाती है तो भी सूखने की संभावना अधिक होती है। इसलिए आराम से पानी देना चाहिए और कटिंग लगाने के कुछ दिन बाद पौधे को छांव वाली जगह पर रखना चाहिए। जहां सुबह की धूप आती हो। दोपहर की धूप से बचाना चाहिए। जब एक बार कटिंग लग जाती है, उसके बाद आप धूप में रख सकते हैं।

केले से लगाए नींबू की कलम
- नींबू की कलम लगाने के लिए यहां पर आपको एक नींबू की बढ़िया कटिंग लेनी है। जिस पौधे में बढ़िया फल आते हो, उसकी कटिंग लीजिए।
- पेंसिल से थोड़ी बड़ी, पेंसिल के जितनी पतली कटिंग ले सकते हैं। उसके बाद एक दो पत्तियां को छोड़कर सारी पत्तियों को काट दीजिए।
- फिर ऊपर नीचे जहां से कटिंग की है, वहां पर हल्दी लगा दीजिए। हल्दी को पानी में मिलाकर लगा सकते हैं।
- इसके बाद एक छोटा गमला लेंगे, आप कोल्ड ड्रिंक की पुरानी बोतल को धोकर, सुखाकर ऊपर से काटकर उसमें कटिंग लगा सकते हैं।
- जिसमें पहले आपको बोतल में नीचे तीन-चार छेंद कर लेने हैं। उसके बाद थोड़ा सा पत्थर डालना हैं।
- फिर मिट्टी और कोकोपीट का मिश्रण तली में भरना है।
- फिर थोड़ा कोकोपीट खाली डाल दीजिए।
- उसके बाद एक केला लेना है, उसको तीन भागों में काटना है। फिर एक भाग लेकर उसके बीच में कटिंग को लगाना है।
- ध्यान रहे कटिंग को पहले हल्दी लगाना है, उसके बाद केले के भीतर डालना है।
- फिर केला सहित कटिंग को गमले में डालना है, और चारों तरफ से कोकोपीट भरना है। जिससे केला पूरी तरह से ढक जाएगा।
- फिर पानी देना है। इसके बाद 10 दिन बाद दोबारा पानी देना है। क्योंकि कोकोपीट लंबे समय तक पानी सोख कर रखता है।
- तीन-चार महीने बाद एक बड़े गमले में इस कटिंग को लगा देंगे।
इस तरह कोई भी कटिंग लगा सकते है। कटिंग को लगाने के बाद पानी 10 दिन के अंतराल में दे। धूप से बचाए। सुबह की धूप बस लगने दे। कटिंग को बिल्कुल ना हिलाएं। पानी बहुत आहिस्ता से, और तने से दूरी पर दें, हवा का भी ध्यान रखें। तेज हवा से भी कटिंग हिलनी नहीं चाहिए।