Krishi Udan Yojana: किसानों की उपज उड़कर जायेगी, इस योजना से बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा उचित दाम, जानें कृषि उड़ान योजना क्या है? 

किसानों को अब दूर की मंडी में भी उपज पहुंचाने में दिक्क्त नहीं होगी, इस सरकारी योजना का लाभ उठायें, हवाई मार्ग से जाएगा माल, जानें Krishi udan yojana का कैसे मिलेगा लाभ-

कृषि उड़ान योजना 

हमारे देश में लगातार हो रहे कंपनियों के विकास के बावजूद भी भारत के लगभग 54% लोग आज भी कृषि पर ही निर्भर हैं, और भारत आज भी एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन आज भी हमारे देश के किसानों को बहुत सी समस्याओं से गुजरना पड़ता है।

जिनके कारण वह कृषि छोड़ने को मजबूर तक हो जाते हैं। उन समस्याओं में भी सबसे बड़ी समस्या है फसल का सही समय रहते सही स्थान पर ना पहुंच पाना। जिस वजह से किसानों को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिल पाता।

यदि आप एक किसान है तो इस समस्या से भली भांति परिचित होंगे, लेकिन किसानों की समस्या को मिटाने के लिए भारत सरकार ने कृषि उड़ान योजना की शुरुआत 2020 में की। इस योजना की मदद से आप अपनी इस परेशानी को दूर कर सकते हैं, आइए आपको बताते हैं इस योजना से जुड़ी सारी जानकारी के बारे में:

कृषि उड़ान योजना क्या है? 

हमारे देश के पहाड़ी और कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में रहने वाले बहुत से किसान अपनी जल्दी खराब होने वाले उत्पादन जैसे मांस, मछली, दूध और अन्य फसलें सही समय पर बाजार में नहीं पहुंचा पाते और अपनी फसलों के सही दामों से वंचित रह जाते हैं।

ऐसे ही किसानों की समस्या को दूर करने के लिए कृषि उड़ान योजना की शुरुआत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी 2020 को की गई थी। इस योजना की सहायता से किसान अपनी फसलों को हवाई मार्गों से जल्दी से जल्दी बाजार में ले जा सकते हैं और उनके सही दाम ले सकते हैं।

कृषि उड़ान योजना का उद्देश्य क्या है? 

इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की फसलों को उनके क्षेत्र से दूर स्थित बाजारों में सही समय पर पहुंचाना है, जिससे किसानों को फसलों के सही दाम मिले और उन्हें नुकसान से बचाया जा सके। इसके लिए भारत सरकार चुनिंदा एयरलाइंस में आधी सीटें किसानों को रियायती दामों पर उपलब्ध कराती है। 

इस योजना के अंतर्गत किसान हवाई मार्गों से सिर्फ अपने देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी पैदावार को पहुंचा सकते हैं। इन हवाई सेवाओं के लिए राज्य एवं केंद्र सरकारों द्वारा किसानों को एक निश्चित राशि व्यवहारता फंडिंग के नाम से प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत देश के अलग-अलग क्षेत्र के 52 हवाई अड्डों को शामिल किया गया है।

कृषि उड़ान योजना (Krishi Udan Yojana) के फायदे

  • किसानों की फसले सही समय पर बाजारों में पहुंचेंगी और बर्बाद होने से बच जाएगी।
  • राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में फसलों के जाने से किसानों के लिए वृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे। 
  • फसलों के उचित दाम मिलने से और भी लोग खेती की ओर अग्रसर होंगे। 
  • खेती करने की नई तकनीक और यंत्रों के बारे में हमारे देश के किसानों को प्रशिक्षण भी मिलेगा।
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कौन से किसान ले सकते हैं योजना का लाभ?

कृषि उड़ान योजना खासकर छोटे और सीमांत किसानों के लिए बनाई गई है। यह किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं: 

  • इस योजना का लाभ सिर्फ और सिर्फ किसान ही ले सकते हैं। 
  • किसान का भारतीय होना अनिवार्य है। 
  • इस योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास 2 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि होना चाहिए।
  • इस योजना के तहत आपको सब्सिडी आधारित हवाई सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
  • कृषि उड़ान योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीयन कराना जरूरी है।

कैसे करें Krishi Udan Yojana का आवेदन? 

कृषि उड़ान योजना के अंतर्गत किसानों को रजिस्ट्रेशन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करना होगा:-

  • सबसे पहले आप कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट agriculture.gov.in पर जाएं। 
  • होम पेज खुलने के बाद ऑनलाइन आवेदन के ऑप्शन पर जाएं। 
  • अगला इंटरफेस खुलने पर कृषि उड़ान योजना के फॉर्म का चयन करें। 
  • फार्म में पूछी गई जानकारी को सही भरे और दस्तावेजों को अपलोड कर दें। 
  • इसके बाद ‘सबमिट’ के ऑप्शन पर क्लिक करें । कृषि उड़ान योजना के लिए आपका आवेदन हो जाएगा। 

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कृषि उड़ान योजना के लिए जरूरी दस्तावेज 

  • राशन कार्ड 
  • आय प्रमाण पत्र 
  • भूमि संबंधित दस्तावेज
  • बैंक संबंधित दस्तावेज 
  • आधार कार्ड 
  • स्थाई निवासी प्रमाण पत्र आदि।

Krishi Udan Yojana 2.0 क्या है?

किसानों की आय को बढ़ाने और खासकर पर्वतीय और पूर्वोत्तर के राज्यों के किसानों को सुविधा देने के लिए कृषि उड़ान योजना में संशोधन करते हुए कृषि उड़ान योजना 2.0 की शुरुआत 2021 में की गई। इसका मुख्य उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्र, पूर्वोत्तर के राज्यों और आदिवासी क्षेत्रों में खराब होने वाले उत्पादों को सही समय पर बाजार में ले जाने पर ध्यान केंद्रित करना है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों से देश की कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी साथ ही वहां के खाद्य पदार्थों की बर्बादी भी नहीं होगी।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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