गेंहू या अन्य कोई फसल खेत में लगाया है तो उसकी कटाई के बाद गर्मी में खेत की जुताई करने के लिए इस कृषि यंत्र का इस्तेमाल कर लेंगे तो खरपतवार खत्म होगी, मिट्टी भुरभुरी हो जाएगी और उत्पादन भी अधिक मिलेगा-
खरपतवार की बढ़ती समस्या
खेती-किसानी में कई तरह की चुनौतियों का किसान को सामना करना पड़ता है। जिसमें आज बात कर रहे हैं खरपतवार की। आपको बता दे की खरपतवार किसानों की दुश्मन होती है। किसान की फसल से खाद, पानी और आने पोषक तत्व में हिस्सेदारी करती है। खरपतवार फसल को दबा देता है, लेकिन अगर किसान खेत की जुताई एक खास कृषि यंत्र की मदद से करते हैं तो इन खरपतवार का सफाया किया जा सकता है, और गर्मी में धूप लगने से इसके बीज भी खत्म होंगे, तो चलिए जानते हैं इस कृषि यंत्र के बारे में।
इस कृषि यंत्र से खरपतवार का सफाया
जिस कृषि यंत्र की हम बात कर रहे हैं उससे खेत की गहरी जुदाई होती है। जिससे खरपतवार का सफाया होगा। दरअसल, कल्टीवेटर की बात कर रहे हैं। खरपतवार से छुटकारा चाहिए तो गर्मी में रबी फसलों की कटाई के बाद कल्टीवेटर से खेत की जुताई करें। इससे मिट्टी ढीली और भुरभुरी होगी, साथ ही खरपतवार भी खत्म होगी, उत्पादन बढ़ेगा।
क्योंकि भुरभुरी मिट्टी में आपकी फसल के जड़ों का विकास अच्छे से होगा और मिट्टी की पानी सोखने की क्षमता भी बढ़ जाएगी। बरसात में पानी रुकने की समस्या नहीं होगी। कल्टीवेटर का इस्तेमाल किसान खेत की जुताई करने में कर सकते हैं, चलिए जानते हैं इस पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में।

सरकार दे रही 50% सब्सिडी
कल्टीवेटर किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है, मददगार है। इसलिए सरकार भी कल्टीवेटर पर 50% सब्सिडी दे रही है। जिसके बाद किसानों को कल्टीवेटर की आधी कीमत चुकानी पड़ेगी। केंद्र सरकार से लेकर विभिन्न राज्य सरकार भी कृषि यंत्रों पर अनुदान योजना चला रही है। भारत सरकार द्वारा कृषि यंत्र सब्सिडी योजना के तहत कल्टीवेटर पर अनुदान मिल रहा है।
कल्टीवेटर (Cultivator) यंत्र का इस्तेमाल किसान भाई खेत की जुताई, मिट्टी पलटने और उपजाऊ बनाने के लिए करते है। जिससे खेत की मिट्टी में ऑक्सीजन का संचार होता है और फसल बेहतर होती है। फिर किसान को इससे मुनाफा होता है।