कद्दू की बेल में लगेंगे 10 गुना ज्यादा फल, चुटकी भर डालें ये सफेद चीज, यहां जानें जैविक-रासायनिक उपाय।
कद्दू की सब्जी
कद्दू यानी कि पंपकिन इसे भारत की राष्ट्रीय सब्जी भी माना जाता है। कद्दू सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसका पौधा आप बड़े आसानी से अपने घर में लगा सकते हैं। जी हां आपको बता दे की कद्दू में कैलोरी कम होती है, फाइबर ज्यादा होता है। इससे वजन नियंत्रित रहता है। कोलेस्ट्रॉल को कम करने में यह मदद करता है। चलिए आपको बताते हैं कद्दू का पौधा अगर आप लगाए तो किन बातों का ध्यान रखें और अधिक कद्दू बेल से प्राप्त करने के लिए जैविक और रासायनिक दोनों तरीका जानेंगे।
कद्दू लगाएं तो इन बातों का रखे ध्यान
- कद्दू ज्यादातर आपको उपजाऊ दोमट मिट्टी में लगाना चाहिए।
- कद्दू लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उस जगह पर बढ़िया धूप आती हो, जैसे की 6 से 8 घंटे धूप पौधे को लगे और जब तक पौधे में फूल नहीं आते तो आप पानी उसको दे सकते हैं। लेकिन ज्यादा पानी आपको नहीं देना है।
- पौधे में जब फूल आ जाए तो अब आपको पानी बहुत कम देना है।
- फूल जब पौधे में रहते हैं तब अगर आप पानी ज्यादा देंगे तो उससे फूल झड़ जाएंगे। जिससे बहुत कम पौधे से कद्दू खाने को मिलेंगे।
- इसलिए कद्दू आपको ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहां जल निकासी बढ़िया हो।
- इसके अलावा जहां पर कद्दू की बेल लगाते हैं उनके आसपास की मिट्टी की निराई-गुड़ाई करते रहे। अनावश्यक घास निकाल दे और मिट्टी को भुरभुरी बनाए रखें।
ज्यादा कद्दू लेने के लिए डालें ये खाद
कद्दू की बेल को ज्यादा रखरखाव की जरूरत नहीं होती। अगर आप पौधा लगा देते हैं तो आपको उससे कुछ कद्दू तो मिलेंगे। लेकिन अगर आप उसका बढ़िया से ध्यान रखते हैं तो आपको ज्यादा से ज्यादा कद्दू मिलेंगे। जिससे आप भी फ्री में घर का ताजा कद्दू खाएंगे और अपने पड़ोसियों को भी बांट सकेंगे। जिसमें पहले केमिकल की बात कर लेते हैं तो अगर आप बिना मेहनत के ज्यादा से ज्यादा कद्दू पौधे से प्राप्त करना चाहते हैं तो यूरिया दे सकते हैं।
यूरिया उर्वरक बहुत कम देना है और महीने में सिर्फ एक बार देना है। एक पौधे में आधा चम्मच से भी कम यूरिया डालना है और मिट्टी में मिलाकर पानी डाल देना है। अगर आप केमिकल का इस्तेमाल नहीं करना चाहते तो पौधे में सरसों की खली दे सकते हैं। यह बिल्कुल ऑर्गेनिक है।
इसके अलावा आपको महीने में दो-तीन बार गोबर की सड़ी पुरानी खाद मिट्टी में मिलानी चाहिए। वर्मी कंपोस्ट भी आप दे सकते हैं। इस तरह यहां पर बताया गया है कि कद्दू की बेल में आपको गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट और सरसों की खली समय-समय पर देते रहना चाहिए। इससे ढेर सारे कद्दू पौधे से मिलेंगे। यह सारी चीज आपको बड़े ही आसानी से आसपास मिल जाएंगी।