सिर्फ 2 ग्राम ये चीज डालें फिर देखें तोरई की बेल हजारों तोरई से लद जायेगी, हरी सब्जी खाते-खाते थक जाएंगे।
तोरई की सब्जी
तोरई की सब्जी अगर घर पर लगा रखी है और उसमें फूल न आने या फल ज्यादा ना लगने की समस्या आ रही है तब चलिए हम जानते हैं कि तोरई का पौधा लगाने के बाद हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और ज्यादा फूल-फल लेने के लिए क्या चीज डालें जिससे तोरई की बेल में तुरई की संख्या बढ़ जाए और हमें ढेर सारी हरी सब्जी घर पर खाने को मिले बाजार से खरीदने की झंझट खत्म हो जाए।
तोरई लगाकर इन बातों का रखे ध्यान
- तोरई की सब्जी बड़े आसानी से लोग अपने घर में लगा लेते हैं। कुछ लोग तो छत पर भी बोरी, कंटेनर, प्लास्टिक के डब्बे या गमले में ग्रो बैग में तोरई की सब्जी लगाते हैं जिसमें आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि तोरई की बेल जहां पर लगी है वह उस मिट्टी में नमी बनी रहे।
- तोरई को अच्छे खासे धूप की जरूरत है तो रोजाना 6 से 8 घंटे उस जगह पर धूप आती हो। ऐसी जगह का ही चुनाव करके तोरई का पौधा लगाए।
- 15 दिन के अंतराल में आपको तोरई के पौधे को गोबर की खाद देनी चाहिए। आप गोबर की सड़ी पुरानी खाद को 1 लीटर पानी में मिलाकर चार-पांच घंटे के लिए रखना चाहिए। उसके बाद मिट्टी में डाल देना चाहिए। इससे पौधे को पोषण मिलेगा।
चलिए अब जानते हैं हम किस चीज की बात कर रहे हैं जिससे तोरई के बेल से ज्यादा तुरई प्राप्त की जा सकती है।
तोरई की बेल से ज्यादा तोरई ऐसे प्राप्त करें
अगर आप तोरई की बेल को बढ़िया खाद दे रहे हैं, मिट्टी में नमी बनाए रखे हैं, फूल भी आ रहे हैं या फूल नहीं आ रहे हैं तो ज्यादा सब्जी प्राप्त करने के लिए आपको जैविक खाद देना होगा। जिसमें दो ग्राम आप Full Dose Organic Manure लेंगे और एक चम्मच पोटाश दोनों को एक गिलास पानी में अच्छे से मिलाकर पौधे की जड़ में मिट्टी में डाल देंगे।
इसे डालते समय इस बात का ध्यान रखें कि डालने से 15 दिन पहले और 15 दिन बाद आपको गोबर खाद का इस्तेमाल नहीं करना है। इसे डालने के बाद आपका पौधा बढ़िया से भोजन उठाने लगेगा और ढेर सारे फल देगा। जिससे आपके पौधे में तोरई ही नजर आएगी। साथ ही आपको बता दे कि जहां पर इस तरह की सब्जियां लगाते हैं वहां पर गेंदे का पीला फूल भी लगाए ताकि परागण करने के लिए मधुमक्खियां आए।