जमीन पर लगाने वाला सबसे ताकतवर फल, एक एकड़ की खेती देती है 5 से 6 लाख रुपए तक का मुनाफा, जानिए जादुई फल की खेती और फायदे। आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं
ताकतवर फल
ये पौधा सदाबहार पेड़ होता है जो बहुत ही सुंदर दिखाई देता है। इसका तना चिकना होता है। इसमें फल साल में दो बार आता है पहला फरवरी से जून तक और दूसरा सितम्बर से अक्टूबर तक। फूल लगने से लेकर फल पककर तैयार होने में लगभग चार महीने लग जाते हैं।
सपोटा की खेती
सपोटा लगाने का सबसे अच्छा समय वर्षा ऋतु है। सपोटा के पौधे लगाने के लिए एक गड्ढे को तैयार करें गड्ढा तैयार होने के बाद मिट्टी और गोबर को अच्छी तरह से मिलाने के बाद गड्ढे के बीचो-बीच पौधे को लगाएं। पौधा लगाने के बाद मिट्टी खाद अच्छी तरह से डाल के दबा दें। बरसात के मौसम में सिंचाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है लेकिन गर्मी में 7 दिन एवं ठंडी में 15 दिनों के अंतर पर सिंचाई करने से सपोटा के फल एवं पौध वृद्धि होती है।
पौधों की देख-रेख
इन पौधों को दो-तीन साल तक विशेष रख-रखाव की आवश्कता होती है। उसमें चारों ओर से अंतर से शाखाएँ निकलती है। प्रत्येक शाखा में अनेक छोटी-छोटी अंकुरित शाखा होती हैं, शाखा में ही फल के रूप और आकार में इतनी सुडौलता होती है कि उनको काट-छांट की आवश्यकता नहीं होती।
छटाई के लिए पौधों की टहनियों को काटकर साफ़ कर देना चाहिए । जब पेड़ बड़ा हो जाता है। इस पौधे की निचली शाखायें झुकती चली जाती है आखिरी में जमीन को छूने लगती है। पेड़ को पूरी तरह से शाखा ढक लेती है। पौधा पूरी तरह से डाके होने के कारण ये फल देना बंद कर देती है। इस अवस्था में इन शाखाओं को छाँटकर निकाल देना चाहिये।
फल किस्म
- पी.के.एम.1,
- डीएसएच-2 झुमकिया
कैसे दिखते है फल
जी हाँ हम, सपोटा फल के बारे में बात कर रहे है। सपोटा के फलों की त्वचा मोटी व भूरे रंग का होता है। इसके प्रत्येक फल में एक या दो काले रंग के बीच पाये जाते है। सपोटा का पौधा एक बार लगाएं जाने के बाद कई वर्षों तक फल देता है। सपोटा का फल स्वाद में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
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फल खाने के फायदे
- फल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन ए, ग्लूकोज़ जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है।
- इसके फल का सेवन करने से तनाव, एनीमिया, बवासीर और पेट संबंधित बीमारियों में लाभ मिल मिलता है।
- श्वसन तंत्र में जमे कफ और बलगम को बाहर निकालकर पुरानी खासी से भी राहत दिलाता है।
सपोटा की कीमत
एक एकड़ के खेत में करीब 300 से अधिक पौधे लगाए जा सकते हैं। चीकू का बाजार में थोक भाव 30 से 40 रुपए प्रति किलो तक का होता है। इस हिसाब से एक एकड़ के खेत में सपोटा की एक बार की फसल से किसान भाई 5 से 6 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकते है।