फसल काटने, पराली की समस्या हल करने के लिए ये मशीन है शानदार। चलिए जानें मशीन का नाम, काम और इसपर मिलने वाला अनुदान।
इस मशीन से करें धान-गेंहू की कटाई
फसल काटना और फिर पराली की समस्या को हल करना किसानों के सामने इस समय की सबसे बड़ी चुनौती बन रही है। लेकिन किसान अगर चाहे तो इसे चुटकी में हल कर सकते हैं और इसके साथ-साथ कई फायदे भी ले सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के जरिए एक ऐसी मशीन की जानकारी देने जा रहे हैं जिसका इस्तेमाल करके आप धान, गेहूं जैसी अन्य फसलों की कटाई कर सकते हैं और पराली भी खेतों में नहीं रहेगी, यानी की पराली साफ करने की झंझट ही खत्म हो जाएगी। दरअसल हम रीपर मशीन की बात कर रहे हैं। जिस पर सरकार अच्छी खासी भारी सब्सिडी भी दे रही है। इससे धान, गेहूं, चना, मूंग, और उड़द आदि फसलों की कटाई किसान कर सकते हैं। इससे कटाई करने के बाद खेतों में पराली भी नहीं बचेगी।
क्योंकि यह मशीन नीचे से फसल काटती है। जिसकी वजह से खेतों में पराली नहीं रहती और उन्हें साफ करने की झंझट भी किसानों को नहीं रहती। जिससे किसानों को फायदे ही फायदे होते हैं तो चलिए आपको बताते हैं की रीपर की मदद से किसान कम लागत में कम समय में कैसे खेती कर सकते हैं। रीपर से किसानों को कमाई कैसे होगी और इस पर सब्सिडी कितनी कहां कैसे मिल रही है।
कम लागत और समय में होगा काम
रीपर की मदद से किसान कम लागत और समय में ज्यादा काम कर सकते हैं। रीपर किसानों की मदद करने वाली एक कमाल की मशीन है। इससे कई फसलों की कटाई कर सकते हैं। यानी कि आपको हर फसल के लिए अलग कटाई मशीन नहीं चाहिए होगी और इससे पराली की भी समस्या नहीं आती। जिससे अलग से किसानों को खेती में काम नहीं करने पड़ेंगे। मजदूरों की समस्या हल हो जाती है। आजकल मजदूर मिलना और उन्हें भारी कीमत चुकाना भी बहुत बड़ा खर्च है। उससे भी किसान राहत प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा समय पर काम भी हो जाएगा। जी हां आपको बता दे कि यह मशीन 1 घंटे में एक एकड़ जमीन की कटाई कर सकती है और उसके लिए सिर्फ 2 लीटर पेट्रोल की जरूरत पड़ेगी। अगर इस मशीन को किसान खरीदने हैं तो इससे वह कमाई भी कर सकते हैं चलिए जानते हैं कैसे।
रीपर से किसानों की होगी कमाई
रीपर मशीन सिर्फ किसान के खेती के काम नहीं करेगी बल्कि पैसे भी कमा कर देगी। यह कमाई का एक अच्छा विकल्प है। सभी किसान इतने आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है की रीपर मशीन खरीद सके। भले सरकार उस पर भारी अनुदान दे रही है। फिर भी तो अगर वह भी रीपर मशीन का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आप उन्हें किराए पर यह मशीन दे सकते हैं और कुछ ही घंटे में अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
जी हां बता दे की ₹700 प्रति घंटा इस समय यह मशीन चल रही है तो आप अगर यह मशीन खरीदने हैं तो किराए से भी कमाई कर सकते हैं और अपनी फसल के भी कटाई कर सकते हैं। यानी कि फायदे ही फायदे रीपर मशीन से किसानों को है। चलिए अनुदान के बारे में अब जान लेते हैं।
रीपर पर सब्सिडी
रीपर मशीन किसानों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। इसीलिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है कि वह इस मशीन को खरीदें। जिसके लिए सरकार ने उनकी आर्थिक मदद करने के लिए 40 से 50% की सब्सिडी देने का भी ऐलान किया है। जी हां शहडोल कृषि अभियांत्रिकी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की सामान्य वर्ग के जो किसान है जिनके पास दो हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है और वह एक पुरुष कृषक है तो उन्हें 40% अनुदान इस रीपर मशीन पर मिलता है।
यानी की 63000 सरकार उन्हें इस मशीन को खरीदते समय छूट देगी। इसके अलावा एसटी, एससी और लघु सीमांत के अलावा महिला किसान भी अगर इस मशीन को खरीदती हैं तो उन्हें 50% यानी की 75000 अनुदान मिलेगा। इस तरह अगर वह यह मशीन खरीदने हैं तो 75000 की बचत होगी। इस मशीन की कीमत की बात करें तो डेढ़ लाख रुपए तक इसकी कीमत है। बाकी आप भी जानते हैं कि हर मशीन की क्षमता, क्वालिटी के आधार पर कीमत अधिक और कम हो सकती है।