यहां सेल्फ कंपोस्टिंग सिस्टम के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसमें एक भी पैसा खर्च नहीं होगा, तो आइए बागवानी विशेषज्ञ से जानते हैं पैदावार कैसे बढ़ाएं-
बार-बार खाद डालने का झंझट खत्म
बागवानी का शौक है, लेकिन यह एक मेहनत का काम है। सब्जी, फूल या फल के पौधों को हरा-भरा रखना और समय पर उत्पादन प्राप्त करना एक बड़ी चुनौती है। जिसके लिए बार-बार खाद डालना पड़ता है, लेकिन अगर समय नहीं है तो आप सेल्फ कंपोस्टिंग सिस्टम तैयार कर सकते हैं, जिसमें एक भी पैसा खर्च नहीं होता।
इससे छोटे से छोटे पौधे में भी फल आएंगे, चाहे वह सब्जी का पौधा हो, बेल हो या फूल का पौधा, आप ऐसा सिस्टम लगा कर बार-बार खाद डालने के झंझट से बच सकते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं कि यह कैसे काम करता है।
सेल्फ कंपोस्टिंग सिस्टम
फ्री में सेल्फ कंपोस्टिंग सिस्टम तैयार करने के लिए आप कोल्ड ड्रिंक की प्लास्टिक की बोतल लें और उसे मिट्टी में रखे, मुँह उसका मिट्टी में दबा सकते है, या मुँह में पाइप लगाकर मिट्टी में लगा सकते है। उसमें घर से निकलने वाले फल और सब्जियों के छिलके डाल दें। जिसमें बोतल के पिछले हिस्से को ऊपर से थोड़ा सा बीच से काट दिया जाता है, ताकि आप उसे उठाकर पानी डाल सकें और उसे बंद कर दें ताकि कीड़े उसमें ना घुसे।

जैसा कि आप तस्वीरों में देख सकते हैं, एक प्लास्टिक की बोतल को गमले में या जमीन पर रखकर उसमें फलों और सब्जियों के छिलके डाल दिए जाते हैं। जब पौधों को पानी दिया जाता है, अगर बोतल में पानी नहीं है तो आप उसमें पानी डाल सकते हैं।
इसका क्या फायदा है
हमने यहां जिस सेल्फ कंपोस्टिंग सिस्टम को बनाने का तरीका बताया है, उसके कई फायदे हैं। सब्जी और फलों के छिलकों में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। अगर इनसे खाद बनानी है तो पहले उसे इकट्ठा किया जाता है, फिर उसे बनाया जाता है और फिर गमले में डाला जाता है, लेकिन यहां आपको गमले में प्लास्टिक की बोतल रखनी है और उसमें छिलके डालते रहना है और पानी डालते रहना है। धीरे-धीरे उससे निकलने वाला पोषण मिट्टी में चला जाएगा। पौधों को पोटैशियम, कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व मिलते रहेंगे।
कीटों से छुटकारा पाने के लिए करें ये काम
खाद के बारे में तो हम जान गए हैं, लेकिन अगर कीटों की समस्या है, कीट पौधों की पत्तियां खा रहे हैं, फल खा रहे हैं तो कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं। जिसके लिए प्याज के छिलकों को पानी में भिगोएं, रातभर रखे और छानकर बोतल में भर लें और पौधों पर स्प्रे करें। इसके अलावा आप नीम के तेल का छिड़काव कर सकते हैं। लहसुन और प्याज का पेस्ट भी पानी में मिलाकर पौधों पर स्प्रे कर सकते हैं। स्प्रे शाम के समय करें।