हरे नहीं काले अमरुद की खेती से बदल जायेगी तिजोरी की तकदीर, पैसो की नहीं होगी कमी, जानिये इसकी खेती कैसे करें।
काला अमरुद
किसान भाइयों आज हम काला अमरूद की खेती के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं। काला अमरुद सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। यह अमरुद 100 ग्राम का होता है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण होते हैं। जिसके वजह से इसकी खेती करके किसान मालामाल हो सकते हैं। इसकी खेती कम खर्चीली भी है। जिससे लागत कम और मुनाफा कहीं ज्यादा होगा। काला अमरुद देखकर ही लोग खरीदने को दौड़ पड़ेंगे। आपको बता काला अमरुद अगर सही मात्रा और समय से सेवन करें तो इंसान जल्दी बीमार नहीं पड़ेंगे। रोग प्रतिरोधी क्षमता स्पीड के साथ बढ़ेगी। चलिए जानते है किस मौसम में इसकी खेती करें।
कब करें काले अमरुद की खेती
काले अमरुद की खेती किसान के लिए फायदे का सौदा है। इसी लिए अब कई राज्यों में इसकी खेती होने लगी है। जिसमें हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार राज्य के किसान आते है। तब अगर आपके यहाँ भी इन राज्यों की तरह वातावरण है तो आप भी इसकी खेती कर सकते है। इसकी खेती आप सर्दियों में कर सकते है। काले अमरूदों में कीट और रोग कम आते है। क्योकि यह औषधीय गुणों से भरा है। इसी वजह से इसमें खर्चा कम आता है। लेकिन इसमें कमाई ज्यादा है। चलिए जानते है इसक खेती किस मिट्टी में करें।
किस मिट्टी में करें काले अमरुद की खेती
काले अमरुद की खेती के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना है। अगर किसी तरह का नुकसान नहीं उठाना तो मिट्टी की जांच करवा लेना चाहिए। बताया जाता है कि काले अमरूद की खेती दोमट मिट्टी में बेहतर होती है। जिसमें जमीन को बढ़िया से जोतकर पाटा लगाकर समतल कर दीजिये। साथ ही इस बात का ध्यान रखिये की पानी न रुके। पानी की निकासी बढ़िया हो। इसके पौधे को तैयार होने में 2 वर्ष से 3 वर्ष तक का ही समय लगता है। वही कटिंग करने से नई शाखाएं आएँगी और ज्यादा उपज मिलेगी। इस तरह किसान भाई आसानी से खेती कर लेंगे।