सरकार दे रही 2 हजार रु, करे मोटे आनाज की खेती, सेहत को फायदे के साथ, होगी तगड़ी आमदनी। जानिये क्या है सरकार की योजना।
मोटा अनाज की खेती
मोटा आनाज सेहत के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही साथ इसकी इस समय बाजार में डिमांड भी बढ़ती जा रही है। क्योंकि लोग इसके खाने से होने वाले फायदों को देखते हुए बढ़िया कीमत पर इसे खरीद रहे हैं। इसलिए सरकार भी मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में अब बिहार सरकार भी मोटे अनाज की खेती बढ़ाने के लिए किसानों को आर्थिक सहायता देना चाहती है।
जिससे किसान मोटे अनाज की खेती करके आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ सेहत में भी सुधार कर सके। इसके लिए न्यूट्री सिरियल पोषक अनाज कार्यक्रम के अंतर्गत मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के की योजनाएं बनाई गई है। जिसमें उन्होंने तय किए कितने एकड़ में मोटे अनाज की खेती होगी। किसानों को कितना बीज वितरण किया जाएगा। कौन-सा मोटा अनाज कितने एकड़ में लगाया जाएगा। तो चलिए जानते हैं ₹2000 कैसे मिलेंगे।
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₹2000 देगी सरकार
खेती किसानी में आने वाले खर्च को ध्यान में रखते हुए सरकार ने मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए ₹2000 की नगद राशि प्रदान करेगी। जिसमें क्लस्टर के हिसाब से यह राशि वितरित की जाएगी। जिसमें आपको बता दे की एक क्लस्टर में ज्यादा से ज्यादा 25 एकड़ में होगी। फिर वह अपने अनुसार अनुदान की राशि खर्च कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कौन-कौन से मोटे अनाज की खेती कितने एकड़ में होगी।
मोटे अनाज की खेती कितने एकड़ में होगी
मोटे अनाज की खेती की बात करें तो इसमें मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की रागी, कोदो, ज्वार-बाजरा, चीना और सांवा आदि की खेती तकरीबन 4115 एकड़ में होगी। जिसमें किसानों को अलग-अलग तरह से सब्सिडी मिलेगी। वही रागी की खेती की बात करें तो 1420 एकड़ जमीन में खेती की जाएगी। जिसमें अलग-अलग जिलों के 16 प्रखंड के अंतर्गत 52 राजस्व ग्राम में तकरीबन 57 क्लस्टर चुने जाएंगे। जिसमें ज्वार की खेती तकरीबन 5 प्रखंडों के 110 एकड़ की जमीन में खेती होगी। इस तरह किसानों को खरीफ की सीजन में भी मोटा अनाज की खेती के लिए सरकार प्रोत्साहित कर रही है। क्योंकि इसमें उन्हें फायदा है। चलिए जानते हैं बीज वितरण के बारे में सरकार की क्या तैयारी है।
बीज वितरण
किसानों को खेती के लिए उन्नत बीजो की तलाश रहती है। जिसमें सरकार उनकी सहायता करेगी। जिसमें किसानों की सरकार मदद करने के लिए बीज दे रही है। यह भी पहले आओ पहले पाओ के अनुसार मिलेंगे। जिस पर किसानों को ध्यान देना होगा। नहीं तो वह समय से पहले नहीं आये तो चूक भी सकते हैं।
जिसमें आपको बता दे कि विभाग के कर्मियों का कहना है कि खाद एवं पोषण सुरक्षा किसी उन्नति योजना के साथ-साथ राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत न्यूट्रीपोषक अनाज कार्यक्रम 2024-25 के अंतर्गत क्लस्टर बनाए जाएंगे और उसमें चीन, सांवा, और कोदो आदि की खेती 16 प्रखंड 87 पंचायत में 2160 एकड़ जमीन में होगी। इस तरह मोटे अनाजों की खेती उनके अनुसार होगी जो की सरकार ने पहले ही योजना बना रखी है।