सिंचाई के लिए किसानों को दिन में 8 से 10 घंटे उपलब्ध कराई जाएगी बिजली। रबी की फसल की बुवाई हर तरफ हो चुकी है अब ऐसे में सिंचाई का सीजन चल रहा है। सिंचाई का फसल के उत्पादन में बहुत खास महत्व है। अगर फसल को सही तरह से सिंचाई नहीं मिले तो फसल के उत्पादन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है जिसको नजर में रखते हुए सरकार की तरफ से किसानों को सिंचाई किए लिए कई सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
अब ऐसे में सरकार की तरफ से किसानों के हित में एक फैसला लिया गया है। जिसके तहत किसानों को दिन के समय बिजली मिलेगी ताकि किसानों को रात के समय खेत में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने की घोषणा
हाल ही में शाहजहांपुर जिले की तहसील कालापीपल में एक कार्यक्रम के दौरान एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार के दिन इस बात की घोषणा की है कि सरकार की तरफ से लगातार किसानों के हित में कई कार्य किया जा रहे हैं। अगर किसानों को निरंतर बिजली और पानी मिलता है तो किसान साल भर खेतों से फसल प्राप्त कर सकेंगे।
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इसके लिए अब सरकार द्वारा फैसला किया गया है कि किसानों को रात के समय खेतों में जाकर सिंचाई करने की कोई जरूरत नहीं होगी बल्कि उनको दिन के समय में ही 8 से 10 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। इससे फायदा यह होगा कि किसानों को रात के समय परेशान नहीं होना पड़ेगा। साथ ही वह दिन में ही सिंचाई के कर सकेंगे।
सिंचाई रकबे में होगी बढ़ोतरी
वही सीएम मोहन यादव ने इस कार्यक्रम के दौरान कहा है कि पार्वती-कालीसिंध- चंबल परियोजना के चलते लगभग 155 गांव को इस योजना के अंतर्गत जोड़ा जाएगा। साथ ही प्रदेश भर में आने वाले लगभग 5 सालों में सिंचाई के रखना को बढ़ाकर के एक करोड़ हेक्टेयर करने का टारगेट रखा गया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री का यह भी कहना है कि किसानों को अपने कामों के लिए पटवारी पीछे घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
वहीं अब नामांतरण और बटवारा जैसे काम बड़ी आसानी के साथ होंगे। साथ ही साइबर तहसील योजना के जरिए से रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण अपने आप हो जाएगा। विद्यार्थियों को मार्कशीट और टीसी लेने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा बल्कि उनको डिजिलॉकर के जरिए से दस्तावेज मोबाइल पर ही मिल जाएंगे। इस प्रकार कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।