एक एकड़ से 3-4 लाख कमाना है तो लगाएं ये फल, पैसो की नहीं होगी, जानिये कितना आएगा खर्चा।
एक एकड़ से 3-4 लाख कमाना है ?
आजकल कई किसान परंपरागत खेती के बजाय नगदी फसलों और फलों की खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इसलिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। आपको बता दें की बागवानी के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जा रही है। क्योंकि बागवानी में किसानों को फायदा है। कम जमीन में ज्यादा कमाई कर सकते हैं। इसलिए आज हम आपके लिए एक फल की खेती की जानकारी लेकर आए हैं। जिसमें आपको खर्चा और कमाई दोनों की जानकारी दी जाएगी। तब अगर आप एक एकड़ की जमीन से 3 से 6 लाख तक की कमाई करना चाहते हैं तो चलिए आपको हम इसका तरीका बताते हैं।
पपीता की खेती में लागत
पपीता की खेती करके आप कमाई कर सकते हैं। पपीता की खेती में किसानों को मुनाफा है। जिसमें सबसे पहले हम यहां पर बात करते हैं खर्च की, तब अगर एक एकड़ की जमीन में पपीता लगाते हैं तो उसके 1000 पौधे तो लग ही जाएंगे। जिसका खर्चा ₹16000 बैठता है। वही दवाई स्प्रे की बात करें तो 8 से 10000 रुपए का इसका खर्च बैठता है। इसके अलावा करते हैं खाद डालते है किसान भाई तो उसमें भी 20-25000 की लागत आती है।
यानी कि यहां पर कुल मिलाकर 40 से ₹50000 किसान को लगाना पड़ता है। वह भी एक एकड़ की जमीन से लेकिन इससे कमाई कई गुना ज्यादा है तो चलिए जानते हैं पपीता की खेती से होने वाले मुनाफे के बारे में।
पपीता की खेती में कमाई
पपीता की खेती में निवेश के बारे में हमने जानकारी प्राप्त कर लिया। अब कमाई की बात कर लेते हैं तो अगर पपीता आप एक एकड़ में लगाते हैं तो उससे तीन से लेकर 6 लाख तक की कमाई कर सकते हैं। यह उत्पादन पर निर्भर करता है। पपीते की क्वालिटी पर भी निर्भर करता है। लेकिन औसतन आपको बता दे की एक किसान है जिनका नाम गोविंद पाटील है वह जलगांव महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। एक एकड़ में वह पपीता की खेती करते हैं। जिससे उन्हें खर्चा निकालने के बाद 2.5 से ₹3 लाख रुपए की कमाई होती है।
वही खर्चा सहित वह तीन से चार लाख रुपए कमाते हैं। 6 महीने में ही उन्हें हार्वेस्टिंग करने के लिए पपीते मिलने लगते हैं। आपको बता दे की 18 महीने में 10 बार पपीते की हार्वेस्टिंग कर सकते हैं। जिसमें एक एकड़ से 40 से 70 टन का उत्पादन आपको प्राप्त होगा। इस तरह पपीता की खेती एक मुनाफे वाली खेती है। आप सरकार की सब्सिडी के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं। अपने कृषि या बागवानी विभाग में जाकर संपर्क कर सकते हैं। आपको बढ़िया वहां सब्सिडी मिल जाएगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा खर्च सरकार उठा लेगी।