चकोरी की खेती से करके किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल किन चीजों में होता है, खेती का तरीका क्या है, बिक्री कहां करें, यह सारी जानकारी इस लेख में दी गई है-
चकोरी की खेती (Chakori ki kheti)
चकोरी की खेती करके किसान तगड़ी कमाई कर सकते हैं। अन्य पारंपरिक फसलों के मुकाबले इस खेती से किसानों को अधिक मुनाफा हो रहा है। ऐसा सिर्फ कहने की बात नहीं है, कई ऐसे किसान है जो चकोरी की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा ले रहे हैं।
इसीलिए इस लेख में आपको चकोरी की खेती से जुड़ी पूरी जानकारी दी जाएगी। चकोरी का इस्तेमाल कहां होता है, चकोरी की खेती कैसे की जाती है, सही समय क्या है, चकोरी की खेती के लिए खाद कौन सी है, चकोरी की कटाई कब की जाती है, चकोरी की बिक्री कहां करें, एक एकड़ में इसकी खेती करेंगे तो कितनी लागत आएगी और कमाई कितनी होगी।
चकोरी क्या होता है?
चकोरी (Chicory) कोई पक्षी नहीं बल्कि एक तरह की साग/भाजी (leafy vegetable) होती है। इस हरी पत्तेदार सब्जी को सलाद, सूप और दूसरी डिशेस में प्रयोग किया जाता है | इसका वैज्ञानिक नाम Cichorium intybus है।
चकोरी का इस्तेमाल कई चीजों में किया जाता है। जैसे की कॉफी बनाने में दवाई बनाने में चॉकलेट, बिस्किट बनाने में और जानवरों की दवाई बनाने में भी किया जाता है। इंसानों की दवाई की बात करें तो अगर भूख नहीं लग रही है तो उसमें यह काम आती है पेट खराब है तो इसका सेवन करें पेट सही हो जाएगा।
कब्ज को दूर करने में यह मददगार है। लीवर पित्त से थैली के विकार को ठीक करती है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को रोकने में सक्षम है। दिल की धड़कन तेज चलती है, तो उसके लिए भी इसका सेवन फायदेमंद रहता है। चकोरी के सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी के गुण होते हैं। इसलिए किसान अगर चकोरी की खेती करते हैं तो उन्हें इससे कमाई होगी। कई कंपनियां जो की चकोरी की डिमांड करती है जिसके बारे में हम आगे आपको जानकारी देने जा रहे हैं।
चकोरी की खेती के चरण
नीचे लेकर बिंदुओं के अनुसार जाने चकोरी की खेती कैसे करें-
- चकोरी की खेती के समय के बात करें तो चकोरी की बुवाई अक्टूबर से नवंबर के बीच में करते हैं।
- इसकी बुवाई के लिए बढ़िया से पहले खेत तैयार कर ले। खेत में पानी लगाए। पाटा लगाकर समतल करें।
- फिर अच्छी पैदावार के लिए गोबर की खाद, सल्फर, जिंक डालें।
- एक एकड़ में 600 ग्राम बीजों की जरूरत पड़ती है।
- चकोरी की खेती के लिए जल निकासी की व्यवस्था बढ़िया होनी चाहिए।
- पीएच मान की बात करें तो सामान्य पीएच मान बेहतर होता है।
- चकोरी की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी बेहतर होती है।
चकोरी की खेती के लिए खाद
चकोरी की खेती के लिए गोबर की खाद बढ़िया होती है। इससे अच्छी पैदावार ली जा सकती है। इसके अलावा सल्फर और जिंक खाद भी खेत में डालें। इन तीनों खाद का मिश्रण चकोरी खेती के लिए फायदेमंद होता है। जब के तैयार करते हैं उस समय 5-6 ट्रॉली पुरानी गोबर खाद डालें। अगर फसल की ग्रोथ अच्छी नहीं दिख रही है तो नाइट्रोजन खाद दें। इसके लिए यूरिया का डाल सकते हैं इससे अच्छा विकास होगा।
चकोरी की कटाई
चकोरी की कटाई जड़ों के आकार के हिसाब से की जाती है। अगर अच्छा दिख रहा है तो खुदाई कर सकते हैं। अगर आपको बीजों की जरूरत है तो चकोरी के बीज बनने के बाद बीज काट ले और फिर खुदाई करें। चकोरी के बीज दो-तीन बार अलग-अलग समय में बढ़ते हैं। दो से तीन बार बीज निकलते हैं। अगर आपको हरे चारे की जरूरत है तो रोपाई के एक महीने या 25 दिन में भी फसल तैयार हो जाती है तो चारे की कटाई कर सकते हैं। एक फसल से 10 से 12 बार कटाई की जा सकती है अगर हरा चारा चाहिए तो। चकोरी की खेती अगर अक्टूबर-नवंबर में करते है तो अप्रैल-मई में कटाई शुरू हो जाती है।
चकोरी क्या है
चकोरी का कंद मूली की तरह दिखता है। इसे कासनी भी कहा जाता है। चकोरी को एक सब्जी भी माना जाता है। इसकी जड़ तने और पत्तियां सब्जी के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है। इसके फलों में बीज होते हैं। चकोरी की जड़ों को काटकर सुखाकर उसका पाउडर बनाकर कॉफी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। चकोरी की पत्तियों को सलाद के रूप में कच्चा भी खाया जाता है, इसे पकाकर भी खा सकते हैं। यह सेहत के लिए फायदेमंद है।
चकोरी की बिक्री कहां करें
चकोरी की खेती करने वाले किसान कांट्रैक्ट फार्मिंग कर सकते हैं। यानी की कंपनियों से संपर्क करके चकोरी की खेती कर सकते हैं। कंपनियों को जितनी आवश्यकता हो उतनी चकोरी की खेती करके, कीमत पहले से तय करके बिक्री कर सकते हैं। इससे उन्हें नुकसान नहीं होगा। चकोरी की मांग कॉफी पाउडर, बिस्कुट-चॉकलेट, जानवर की दवाई, इंसानों के लिए दवाई बनाने वाली कंपनियां करती हैं। इस तरह किसान इन कंपनियों से संपर्क करके कांट्रैक्ट फार्मिंग के रूप में चकोरी की खेती कर सकते हैं।
चकोरी की खेती में लागत और मुनाफा
चकोरी की खेती किसान अगर एक एकड़ में करते हैं तो लगभग ₹25000 खर्च होते हैं। जिससे कमाई की बात करें तो 120000 रुपए तक इससे मुनाफा कमाया जा सकता है। अगर किसान चाहे तो समूह बनाकर भी चकोरी की खेती कर सकते हैं और किसी कंपनी को देकर अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
चकोरी की खेती कहां होती है
चकोरी की खेती उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में हरियाणा के हमीरपुर जिले आदि में होती है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के किसान समूह बनाकर चकोरी की खेती करते हैं। हरियाणा के हमीरपुर के जिले के किसान चकोरी की इंटर क्रॉप खेती करते हैं। चकोरी के उत्पादन की बात करें तो डेढ़ सौ कुंतल उत्पादन प्राप्त हो जाता है। अगर बढ़िया तरीके से इसकी खेती किसान करें तो चकोरी की बिक्री करके सवा लाख कमाई कर सकते हैं। चकोरी की खेती बदायूं के आसपास के कई किसान करते हैं।
चकोरी को नहीं खाते जंगली जानवर
चकोरी की खेती करने में किसानों को एक फायदा यह है कि जंगली जानवर इसे नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। जिन किसानों के आसपास जंगली जानवरों का खतरा रहता है उनकी फसल जंगली जानवर बर्बाद कर देते हैं। तो चकोरी की खेती कर सकते हैं। चकोरी की खेती को जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
FAQ about Chakori ki Fasal
चकोरी का बीज कहां मिलेगा?
इसका बीज आप ऑनलाइन स्टोर जैसे की अमेज़न से भी खरीद सकते हैं |