Gardening tips: सर्दियां आने से पहले बगीचे में लगे पौधों में डालें ये खास घोल, विंटर में फूलों और फलों से लद जाएंगे पौधे, जाने कौन से घोल है।
बगीचे में लगे पौधों में डालें ये खास घोल
अक्टूबर के महीने में पौधों की जरा सी देखभाल करने में पौधे खिल उठाते है सर्दियों का मौसम आने वाला है ऐसे में अभी अपने पौधों में उनकी जरूरत के हिसाब से उनको ये घोल देंगे तो विटंर सीजन में पौधे आपको ढेरों फल और फूल देंगे। बदलते मौसम के हिसाब से जैसे इंसानों को कई चीजों की जरूरत पड़ती है वैसे ही पौधों को भी ग्रोथ के लिए फूल फल के उत्पादन के लिए कुछ चीजों की जरूरत पड़ती है। इसलिए सर्दियां आने से पहले अपने बगीचे में लगे पौधों में डालें ये खास घोल जिससे पौधे होंगे हरे और ढेरों अनगिनत फूलों फलों से भरे। तो चलिए जानते है कौन से घोल है।
नीम के तेल का घोल
अपने पौधों को कीटों से बचाने के लिए आप नीम के तेल के घोल का इस्तेमाल कर सकते है जिससे पौधों में कीड़े नहीं लगेंगे नीम के तेल से आप अपने घर में ही पेस्टीसाइड स्प्रे बना सकते है। नीम के तेल से कीटनाशक बनाने के लिए एक लीटर पानी में 5 मिली लीटर नीम का तेल मिलाएं और इस स्प्रे को एक बोतल में भर दें। अब आप इस कीटनाशक का इस्तेमाल पेड़-पौधों पर कर सकते है। 15 दिन में एकबार नीम के तेल से बने कीटनाशक का छिड़काव पौधों पर करने से कीड़े मर जाते है।

अंडे के छिलकों का घोल
पौधों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए अंडे के छिलके से बना घोल का इस्तेमाल कर सकते है। इसे पौधों में डालने से पौधों की ग्रोथ तो बढ़ती ही है साथ में पौधों में फलों और फूलों का भी उत्पादन बढ़ता है। इस घोल को तैयार करने के लिए पहले अंडे के छिलकों को सुखाकर पीस लें उसके बाद अंडे के छिलकों के पाउडर को पानी में मिलाकर एक घंटे के लिए छोड़ दें। फिर आप इस घोल का पौधों में छिड़काव कर सकते है। ऐसा करने से आपको विंटर सीजन में पौधों में फल और फूल लदे हुए मिलेंगे।

दूध का घोल
पौधों को फंगस, फफूंदी, या सड़न से बचाने के लिए पानी में दूध मिलाकर पौधों पर छिड़काव कर सकते है। पौधों में दूध डालने से मिट्टी स्वस्थ रहती है। मिट्टी दूध से विटामिन और वसा को अवशोषित करती है। ऐसे में पौधों की मिट्टी पर दूध डालने से वह और भी अधिक स्वस्थ हो जायेंगे। जिससे पौधों में कई सारे लाभ देखने को मिलेंगे। पौधों में आप फटा हुआ दूध का भी इस्तेमाल कर सकते है। अगर पौधों में फूल कम आते है तो इस घोल का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
