50 रु किलों हुआ आलू, इस किस्म की करें खेती 300 क्विंटल उपज से हो जाएंगे मालामाल। चलिए जानें कुछ अधिक उपज देने वाली आलू की किस्में।
महंगा हुआ आलू
हरी सब्जियों के साथ-साथ आलू भी कीमतें इस समय बढ़ गई है। कुछ राज्यों में आलू ₹50 प्रति किलो के हिसाब से हो गया है। यानी कि आलू की खेती में किसानों का फायदा है। आलू की डिमांड 12 महीने रहती है। जिससे अभी किसानों को इसमें नुकसान नहीं होगा। लेकिन इसके लिए बढ़िया किस्म की आलू की खेती करनी चाहिए। अगर बढ़िया वैरायटी का आलू लगाते हैं तो इससे कमाई भी ज्यादा होगी। तो चलिए आज हम यहां पर तीन बेहतरीन के किस्मों के बारें में जानकारी लेने वाले हैं।
अधिक उपज देने वाली आलू की 3 किस्में
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार तीन आलू की किस्म के बारे में जाने जो ज्यादा उपज देती है। लेकिन यह किस्में अलग-अलग क्षेत्र में उगाई जाती है।
- यहां पर सबसे पहले हम बात करेंगे कुफरी अलंकार किस्म के आलू की जो कि अच्छा खासा उपज देती है। जिसमें अगर एक हेक्टेयर में किसान खेती करते हैं तो उन्हें 200 से लेकर ढाई सौ क्विंटल उपज आराम से मिल जाएगी। आलू की यह एक बढ़िया वैरायटी है जो 70 दिन में तैयार हो जाती है। जिसके बाद खेतों से आलू की खुदाई कर लेते हैं।
- कुफरी चंद्रमुखी भी किसानों के लिए एक बढ़िया ऑप्शन है। लेकिन यह उत्तर भारत के साथ-साथ मैदानी और पठारी क्षेत्र में उगाई जाने वाली आलू की बेहतरीन किस्म है। इसे तैयार होने में अधिक समय लगता है। जिसमें ढाई से 3 महीने लग जाते हैं। अगर एक हेक्टर में किसान खेती करते हैं तो उपज इसमें भी 200 से ढाई सौ क्विंटल ही मिलेगी।
- किसानों के लिए एक बढ़िया आलू की वैरायटी कुफरी गंगा भी है, जो की एक हेक्टेयर में ढाई सौ से 300 क्विंटल उपज देती है। इसे तैयार होने में 75 से 80 दिन का समय ही लगता है।
इस तरह यहां पर किसानों को तीन वैरायटी बताई गई है। जिसमें किसानों को खेती करने से पहले अपने बाजार की डिमांड का ध्यान रखना चाहिए। बाजार की मांग के अनुसार खेती करनी चाहिए।