राजस्थान में पानी की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने किसानों को तालाब बनाने के लिए सब्सिडी देने का ऐलान किया है, चलिए आपको योजना के बारे में बताते हैं-
राजस्थान में पानी की समस्या
राजस्थान में पानी की समस्या है, यह जग जाहिर है। लेकिन फिर भी किसान इतने हिम्मती है की खेती करने के लिए तैयार है, और इसमें सरकार किसानों की मदद कर रही है। आपको बता दे कि राज्य सरकार ने किसानों को पानी का संरक्षण करने के लिए सर्वोत्तम साधन, तालाब का निर्माण करने में आर्थिक मदद देने का फैसला लिया है। जिसमें बरसात का पानी किसी इकट्ठा कर पाएंगे और अन्य सीजन में उससे खेती कर पाएंगे। जिसमें आपको बता दे की 1,35,000 तक की सब्सिडी दी जाएगी तो चलिए जानते हैं योजना क्या है किन वर्ग के किसानों को कितने रुपए मिलेंगे।
खेत तलाई योजना
खेत तलाई योजना की हम बात कर रहे हैं। जिसके तहत किसान वर्षा का जल संरक्षण कर पाते हैं, और उसका इस्तेमाल खेती में कर सकते हैं। यहां पर कृषि विभाग के द्वारा 2025-26 में पात्र किसानों को अनुदान दिया जाएगा। जिसका लाभ सभी वर्ग के किसान उठा सकते हैं-
- जिसमें लघु सीमांत एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को 70% तालाब बनाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। जिसमें इकाई लागत अगर एक लाख ₹5000 आ रही है तो किसानों को 73500 मिलेंगे। अगर प्लास्टिक लाइनिंग फार्म पॉन्ड किसान बनाते हैं तो 150000 की उसमें लागत आती है, जिस पर 90% सब्सिडी मिलेगी यानी कि उन्हें 135000 दिए जाएंगे।
- वहीं अन्य वर्ग के किसानों की बात करें तो उन्हें तालाब बनाने के लिए 60% अनुदान दिया जा रहा है। जिसमें अधिकतम उन्हें 63000 की मदद मिलेगी। अगर सामान्य वर्ग के किसान प्लास्टिक लाइनिंग फार्म पॉन्ड बनाना चाहते हैं, तो इसमें उन्हें 80% का अनुदान मिलता है। जिसके तहत लागत का 120000 रुपए अनुदान मिलेगा। यानी कि बाकी का किसान को खुद लगाना पड़ेगा।

आवेदन की प्रक्रिया
तलाब बनाकर किसान सिंचाई के लिए पानी प्राप्त कर सकते हैं। बरसात का पानी इकट्ठा कर सकते हैं। उसका इस्तेमाल खेती की जरूरत को पूरा करने के लिए कर सकते हैं। खेती के साथ-साथ पशुपालन में भी इससे मदद हो जाएगी। इसके लिए अगर आप खेत तलाई योजना का लाभ लेते हैं तो आर्थिक मदद हो जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान साथी ईमित्र के माध्यम से या राज्य किसान साथी पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। क्योंकि गर्मी शुरू हो गई है, कुछ समय बाद बरसात आ जाएगी और उससे पहले अगर किसान इस योजना का फायदा ले लेते हैं तो उनका तलाब बनकर तैयार हो जाएगा। लेकिन किसानों के पास 30 सितंबर तक का समय है आवेदन करने के लिए।