पशुपालन अगर सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक का इस्तेमाल करके बछड़े पैदा होने की संभावना 90% तक करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं इस पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में-
पशुपालकों के लिए खुशखबरी
दूध उत्पादन का व्यवसाय बढ़िया है जिसके लिए पशुपालकों को लगता है की बछड़ी की संख्या अधिक हो। अगर बछड़ा होता है तो इससे दूध उत्पादन नहीं होता है। इसलिए दुधारू पशुओं के लिए बछड़े की मांग रहती है। पशुपालन से मुनाफा भी होता है। यह सब देखते हुए राजस्थान राज्य सरकार ने पशुपालकों को बड़ी खुशखबरी दी है। सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक सस्ते में अब उनको उपलब्ध होगी। इसके अलावा मंगला पशु योजना के अंतर्गत गाय, भैंसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। जिससे अधिक पशुपालक लाभ उठा सकेंगे।
सेक्स सॉर्टेड सीमन
पशुपालक अगर सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीकी का इस्तेमाल करते हैं तो बछड़ी होने की संभावना 85 से 90% तक रहती है। यानी की बछड़ी होने की संभावना अधिक होती है। अगर बछड़ी होती है तो मादा पशुओं की संख्या बढ़ेगी। नर पशुओं की संख्या कम होने का अनुमान रहेगा। जिससे दूध का उत्पादन अधिक होगा।
पशुपालकों को इससे फायदा होगा। सड़कों पर भी बेसहारा बैल नहीं घूमेंगे। पशु कम पैदा होंगे जिससे पशुपालन का खर्चा भी घटेगा मादा पशु रहेंगे तो दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी होगी। पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। इसीलिए सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक 75% अनुदान के बाद उपलब्ध है। जिससे सेक्स सॉर्टेड सीमन तकनीक का पशुपालक सस्ते में इस्तेमाल कर पाएंगे।

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मंगला पशु बीमा
मंगला पशु बीमा भी एक लाभकारी योजना है। इस योजना के अंतर्गत अब 42 लाख पशुओं का बीमा होगा। यह संख्या पहले से दोगुनी हो गई है। जिससे अधिक पशुपालक लाभ उठा सकेंगे। पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने मंगलवार को ही बस्सी में गौ स्मार्ट और कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के शुभारंभ में पशुपालकों को यह सारी जानकारी दी। यहां पर मंगला पशु बीमा योजना के तहत गाय और भैंस की लॉटरी भी निकली है। इस तरह अब पशुपालको को कई लाभ मिलने जा रहे हैं।
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